‘नैतिक संवेदनाओं को प्रतिबिंबित करता है नृत्य कला और संगीत’
छछरौली, 8 दिसंबर (निस)
गुर्जर कन्या गुरुकुल, देवधर में नृत्यांगन कला केंद्र समिति यमुनानगर के सौजन्य से कत्थक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए पदमश्री ओमप्रकाश गांधी ने कहा कि नृत्य कला व संगीत सिर्फ मनोरंजन या आनंद का साधन मात्र ही नहीं है। यह मनुष्य की नैतिक संवेदनाओं व भावनाओं को प्रतिबिंबित करने का एक सशक्त माध्यम भी है। नृत्यागंन कला केन्द्र समिति की प्रधान एवं कथक नृत्यांगना ममता त्यागी ने कहा कि समिति का उद्देश्य इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन भावी पीढ़ियों को भारतीय संस्कृति के बारे में जागरूक करने के लिए किया जा रहा है। संस्था ने अभी तक 7 कार्यशालाओं का आयोजन विभिन्न विद्यालयों में किया गया है। जिनके माध्यम से लगभग 2000 छात्राओं को अपनी संस्कृति के बारे में जागरूक करने का प्रयास किया है। नृत्यांगना ममता त्यागी ने छात्राओं को कत्थक नृत्य के बारे में महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए। इस अवसर पर स्कूल प्रिंसिपल पूनम ढांडे भी उपस्थित रही।