Dadi-Nani Ki Baatein : जाले हटाओ, बरकत बुलाओ... ऐसा क्यों कहती है दादी-नानी
चंडीगढ़, 2 मई (ट्रिन्यू)
Dadi-Nani Ki Baatein : दादी-नानी अक्सर कहती हैं कि "घर के कोने में मकड़ी का जाला होना दरिद्रता लाता है।" यह कथन सिर्फ एक अंधविश्वास नहीं, बल्कि गहरे सांस्कृतिक और व्यवहारिक अर्थ भी रखता है। इस विचार के पीछे सफाई, अनुशासन, और मानसिक स्थिति से जुड़ी कई बातें छुपी होती हैं।
स्वच्छता और अनुशासन का प्रतीक
भारतीय परंपरा में स्वच्छता को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। यह माना जाता है कि जहां साफ-सफाई होती है, वहां देवी लक्ष्मी का वास होता है। वहीं, जहां गंदगी होती है, वहां देवी अलक्ष्मी वास करती है, जो दरिद्रता और नकारात्मक ऊर्जा लाती है। मकड़ी का जाला एक ऐसा संकेत है कि घर में लंबे समय से सफाई नहीं हुई है या लोग घर की देखभाल में लापरवाह हैं। ऐसे माहौल में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह कम हो जाता है, जिससे जीवन में रुकावटें आ सकती हैं।
नकारात्मक ऊर्जा
जिस घर के कोनों में जाले लगे हों, धूल जमी हो, उस परिवार के सदस्यों में उदासी, आलस्य और भारीपन पैदा हो सकता है। जाले सकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित कर लेते हैं, जिससे घर में शांति, सुख और प्रसन्नता की कमी होती है। इसके अलावा इन जालों में धूल और कीटाणु एकत्रित होते हैं जो सांस संबंधी बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
आर्थिक स्थिति का संकेत
ऐसा माना जाता है कि मकड़ी के जाले धन की आवक को रोक सकते हैं और आर्थिक समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं। दरअसल, घर में फैली गंदगी से माता लक्ष्मी नाराज हो जाती है , जिससे कई तरह की आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इन जगहों पर नहीं होने चाहिए जाले
पुराणों और वास्तु शास्त्र में भी यह उल्लेख मिलता है कि घर के कोने गंदे नहीं होने चाहिए। विशेष रूप से पूजाघर, रसोईघर और मुख्य द्वार के पास अगर मकड़ी का जाला हो तो इसे अशुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इससे देवी-देवताओं की कृपा में बाधा आती है और जीवन में कष्ट बढ़ सकते हैं।
क्या करें?
-सप्ताह में कम से कम एक बार घर की सफाई करें।
-कोनों, छत के पास और कम उपयोग होने वाले स्थानों की विशेष सफाई करें।
-घर में नियमित रूप से धूप या लोबान जलाएं जिससे नकारात्मक ऊर्जा दूर हो।
-अगर मकड़ियां बार-बार घर में जाले बना रही हैं, तो उस स्थान का वास्तु-दोष जांचें।
डिस्केलमनर: यह लेख/खबर धार्मिक व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribneonline.com इस तरह की बात की पुष्टि नहीं करता है।