Dadi-Nani Ki Baatein : घर में बिल्ली का रोना शुभ या अशुभ... क्या कहती है दादी-नानी?
चंडीगढ़, 23 अप्रैल (ट्रिन्यू)
Dadi-Nani Ki Baatein : बिल्ली का रहस्यमयी स्वभाव और उसकी हरकतें सदियों से इंसानों के लिए जिज्ञासा का विषय रही हैं। खासकर जब घर के आसपास या अंदर कोई बिल्ली रोने लगे तो दादी-नानी की कहानियां तुरंत दिमाग में गूंजने लगती हैं। कहीं इसे अपशकुन तो नहीं माना जाता? या फिर इसके पीछे कोई संकेत छुपा होता है?
क्या कहता है शकुन शास्त्र ?
शकुन शास्त्र के अनुसार, घर में बिल्ली का रोना किसी अनहोनी या परिवार के सदस्य को परेशानी आने का संकेत हो सकता है। वहीं, घर में बिल्लियों का झगड़ना धन की हानि और गृह क्लेश का संकेत हो सकता है।
क्या कहती है दादी-नानी?
भारतीय समाज की परंपराओं में जानवरों के व्यवहार को भविष्य की घटनाओं से जोड़कर देखा जाता है। दादी-नानी अक्सर कहती हैं कि अगर बिल्ली घर के पास रो रही है, खासकर रात के समय, तो यह किसी अनहोनी या अशुभ समाचार का संकेत हो सकता है। वहीं, कुछ मान्यताओं के अनुसार, यह किसी आत्मा की उपस्थिति या आने वाली मौत का संकेत हो सकता है।
अशुभ संकेत
कई दादी-नानी मानती हैं कि अगर बिल्ली खासकर रात के समय घर की छत या दरवाजे के पास बैठकर रोए, तो यह किसी अनहोनी या दुःखद समाचार का संकेत हो सकता है। इसे मृत्यु या किसी करीबी के बीमार पड़ने से जोड़ा जाता है।
पूर्व चेतावनी
कुछ बुजुर्गों का मानना है कि जानवरों में विशेष शक्ति होती है, जो इंसानों को भविष्य के संकट से आगाह कर सकती है। ऐसे में बिल्ली का रोना किसी संकट या मुसीबत के आने की चेतावनी माना जाता है।
स्थान विशेष पर रोना
अगर बिल्ली घर के भीतर आकर किसी विशेष स्थान (जैसे पूजा घर या रसोई) में रोती है, तो इसे घर की ऊर्जा में असंतुलन या नेगेटिविटी का प्रतीक माना जाता है।
लेकिन क्यों रोती है बिल्ली?
अगर वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो बिल्ली के रोने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे भूख या प्यास लगना, बीमारी या तकलीफ, ध्यान आकर्षित करना।
डिस्केलमनर: यह लेख/खबर धार्मिक व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribneonline.com इस तरह की बात की पुष्टि नहीं करता है।