Dadi-Nani Ki Baatein : शुक्रवार दिन ही झाड़ू खरीदना चाहिए... ऐसा क्यों कहती है दादी-नादी?
चंडीगढ़, 13 मई (ट्रिन्यू)
Dadi-Nani Ki Baatein : भारतीय संस्कृति में परंपराओं, विश्वासों और दैनिक जीवन में अनेक रीति-रिवाजों का गहरा संबंध है। इन्हीं परंपराओं में से एक है - "झाड़ू शुक्रवार के दिन ही खरीदनी चाहिए।" यह बात अक्सर दादी-नानी या घर की बड़ी-बूढ़ी महिलाएं कहती हैं। यह कोई अंधविश्वास मात्र नहीं है बल्कि इसके पीछे सांस्कृतिक कारण हैं।
धन लक्ष्मी का प्रतीक - शुक्रवार और झाड़ू
भारतीय परंपरा में शुक्रवार को मां लक्ष्मी का दिन माना जाता है। लक्ष्मी जी धन, वैभव और समृद्धि की देवी हैं। झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है क्योंकि यह घर की सफाई करती है और गंदगी को बाहर निकालती है, जो दरिद्रता का प्रतीक मानी जाती है। मान्यता है कि यदि शुक्रवार के दिन झाड़ू खरीदी जाए और उसका उचित उपयोग किया जाए तो घर में लक्ष्मी जी का वास होता है और दरिद्रता दूर रहती है।
झाड़ू को अपवित्र न समझें
झाड़ू को आमतौर पर घर में सबसे नीचे रखा जाने वाला अपवित्र वस्तु माना जाता है लेकिन कुछ मान्यताओं के अनुसार यह केवल सफाई का उपकरण नहीं है बल्कि यह नकारात्मक ऊर्जा को हटाने का माध्यम भी है। दादी-नानी कहती हैं कि शुक्रवार को झाड़ू खरीदने से उसमें सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और यह घर को न सिर्फ साफ करता है बल्कि मानसिक शुद्धता का भी माध्यम बनता है।
सप्ताह के दिन और ग्रहों की मान्यता
भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शुक्रवार का संबंध शुक्र ग्रह से है, जो ऐश्वर्य, प्रेम और समृद्धि का कारक होता है। इस दिन किया गया खरीदारी या नई वस्तु का उपयोग शुभ माना जाता है। झाड़ू जैसी घरेलू उपयोग की वस्तु अगर इस दिन खरीदी जाए, तो वह लंबे समय तक टिकती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
इस दिन भी खरीद सकते हैं झाड़ू
सिर्फ शुक्रवार ही नहीं बल्कि बुधवार और गुरुवार का दिन भी झाड़ू खरीदने के लिए सबसे शुभ माना जाता हैं। इन दिनों में झाड़ू खरीदने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और भाग्य लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। इसके अलावा दीपावली और धनतेरस के दिन भी झाड़ू घर लाना बहुत शुभ माना जाता है। वहीं, सोमवार और शनिवार के दिन झाड़ू खरीदने की मनाही होती है।
ध्यान रखने योग्य बातें :
-झाड़ू को हमेशा छिपाकर रखना चाहिए, जहां किसी की भी नजर न पड़े।
-झाड़ू में गलती से पैर लगने पर तुरंत हाथ जोड़कर माफी मांग लेना चाहिए।
-पुराने झाड़ू को रविवार, मंगलवार, गुरुवार और शुक्रवार को नहीं फेंकना चाहिए।
डिस्केलमनर: यह लेख/खबर धार्मिक व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribneonline.com इस तरह की बात की पुष्टि नहीं करता है।