खेतों में जलभराव के कारण बर्बाद होने से बचेंगी फसलें
करनाल, 12 जुलाई (हप्र)
बरसात के सीजन में अक्सर खेतों में जलभराव के चलते किसानों की फसलें डूबकर खराब हो जाती है। साथ ही वे समय रहते अगेती फसल भी नहीं लगा पाते। किसानों की इस विकट समस्या को देखते हुए सिंचाई विभाग ने ग्रामीणों की मांग पर असंध के जबाला, उपलान ओर खड़ाखेड़ी गांवों के अंतर्गत आने वाली 13 सौ एकड़ जमीन से बरसाती पानी निकालने के लिए बड़े पंप लगाए हैं। अब इन गांवों के खेतों में बरसाती पानी जमा नहीं होगा। सिंचाई विभाग के एसई राजेश टांक ने बताया कि बरसात के सीजन के चलते उपलाना, खड़ाखेड़ी ओर जबाला गांवों के खेतों में पानी जमा हो जाता था, जिससे किसानों को खासी परेशानी होती थी। किसानों की समस्याओं का स्थाई समाधान करने के लिए विभाग ने गांव जबाला में 10-10 क्यूसिक के दो पंप लगाए हैं, जबकि पहले से ही वहां पर दस-दस क्यूसिक के 3 पंप लग हुए हैं, नए पंपों के लगने से जबाला में पंपों की क्षमता 50 क्यूसिक की हो गई हैं। इसे अलावा उपलाना में 5 क्यूसिक के पंप लगे थे, अब वहां पर टैपैरेरी 10 क्यूसिक का पंप लगाया हैं। जिससे 100 एकड़ जमीन में खड़ा होने वाला पानी नहर में भेजा जा सकेगा। इसी तरह खड़ाखेड़ी में करीब 30 से 35 सालों से पानी जमा होने की समस्या बनी हुई थी, इसके स्थाई समाधान के लिए विभाग द्वारा गांव में नहर के पास 10-10 क्यूसिक के दो नए पंप लगाए हैं जबकि यहां पर पहले ही 5-5 क्यूसिक के 3 पंप लगे हुए थे। नए पंपों के लगने से करीब 400 एकड़ जमीन में पानी निकासी की जा सकेंगी। उन्होंने कहा कि नए बड़े पंपों की विशेषता है कि इन पंपों पर बिजली जाने के बाद बटन से सीधे चलाया जा सकेगा, जबकि छोटे पंपों को बिजली सप्लाई होने के बाद दोबारा से पानी भरकर चलाना पड़ता था। जिससे काफी परेशानियां उठानी पड़ती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।