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सड़क पर गुनाह और प्रायश्चित का संकल्प

06:40 AM May 31, 2024 IST
सड़क पर गुनाह और प्रायश्चित का संकल्प
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राजशेखर चौबे

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जैसे ही बेचारे नाबालिग को निबंध लिखने के लिए कहा गया, हम सब खोजने में लग गए कि निबंध आखिर है क्या? निबंध का अर्थ है नि+बंध यानी भली प्रकार से बंधी हुई रचना। मुझे लगा कि मैं अभी तक बिना जाने बूझे ही निबंध लिखता आया हूं। हम हिंदी माध्यम के विद्यार्थी आज के विद्यार्थियों जैसे नहीं थे और जैसे-तैसे हिंदी में निबंध लिख लेते थे। अंग्रेजी में निबंध लिखना हमारे लिए उतना ही कठिन होता था जितना कि नेता के लिए प्रेस काॅन्फ्रेंस करना। चिंटू को पांचवीं कक्षा में गाय पर निबंध लिखने को कहा गया। चिंटू को निबंध लिखना सबसे कठिन कार्य प्रतीत होता था फिर भी उसने लिखा :-
‘गाय एक फालतू जानवर है जो फालतू बैठी रहती है। गाय के पेशाब व गोबर से बास आती है।’
उसे शिक्षक ने दो झापड़ रसीद किए और शून्य नंबर दिए। हम अभी तक समझते थे कि निबंध लिखना एक कला है लेकिन अब पता चला है कि यह एक सजा भी है। एक नाबालिग जिसके कार्यकलाप बालिगों से भी गए गुजरे हैं, को नशे में कार से कुचलकर दो लोगों को जान से मारने की सजा निबंध लिखने की मिली है। वैसे उसे दो और सज़ा—पन्द्रह दिन तक ट्रैफिक पुलिस के साथ काम करने की और शराब छोड़ने के लिए मनोचिकित्सक से काउंसलिंग करवाने की मिली थी। तीनों सज़ाओं में निबंध लिखना ही सबसे कठिन सज़ा है। अब ड्राइविंग स्कूल वाले ड्राइविंग के साथ-साथ निबंध का भी कोर्स करवाएंगे। ड्राइविंग लाइसेंस में जन्मतिथि, पता, ब्लड ग्रुप के साथ-साथ निबंध लिखने में कैसा है यह भी लिखा होना चाहिए। नाबालिग बेटा अपनी मम्मी से कहेगा : ममा, मैं अपना ड्राइविंग लाइसेंस भूल गया हूं।
मम्मी : मैंने निबंध और टिफिन तेरे बैग में रख दिया था। चिंता की कोई बात नहीं है।
नाबालिग ने दुर्घटना पर निबंध लिखकर अपने पिता को दिखाया : ‘कभी भी दो पैग से ज्यादा शराब नहीं पीना चाहिए नहीं तो दुर्घटना होगी और निबंध लिखना पड़ेगा। आपके जैसे जज के रहते हम रईसों की औलादों को कोई डर नहीं है। आपके जैसे जज दुर्घटना को बढ़ावा देते हैं।’
बाप रईस था और दुनियादारी जानता था। उसने ट्यूटर को बुलवाकर निबंध लिखवाया और दयालु जज साहब को प्रस्तुत किया।
अपना चिंटू भी बच्चे से किशोर और अब जवान हो गया है। वह लॉ ग्रेजुएट होकर सिविल जज की परीक्षा की तैयारी कर रहा है। इस दुर्घटना के बाद उसे पूरा विश्वास है कि निबंध लिखने से डरने वाला उसके जैसा चिंटू भी जज बन सकता है।

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