पार्षद के बेटे का अपहरण कर छोड़ा, सियासत तेज
रोहतक, 21 अक्तूबर (निस)
जिला परिषद के पार्षद प्रतिनिधि के बेटे के अपहरण करने का मामला सामने आया है। हालांकि, बेटा कुछ घंटे बाद सकुशल मिल गया। पार्षद प्रतिनिधि ने जिला परिषद की चेयरमैन एवं हाल ही में गढ़ी-सांपला-किलोई विधानसभा क्षेत्र से पूर्व सीएम हुड्डा के सामने चुनाव लड़ने वाली भाजपा उम्मीदवार रही मंजू हुड्डा के पति राजेश सरकारी पर उनके बेटे के अपहरण करने के आरोप लगाए हैं। पार्षद प्रतिनिधि ने कहा कि चेयरमैन मंजू हुड्डा के खिलाफ पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपा था। इसी के चलते चेयरपर्सन के खिलाफ आने वाले अविश्वास प्रस्ताव को प्रभावित करने के लिए उसके बेटे का अपहरण करने का प्रयास किया गया। सांपला थाना पुलिस ने इस संबंध में पार्षद प्रतिनिधि के पति की शिकायत पर मामला दर्ज किया है। इस मामले को लेकर गांव ईस्माइला में पंचायत भी हुई। इसमें विभिन्न गांवों के सरपंच व जिला पार्षदों सहित काफी संख्या में ग्रामीण पहुंचे।
ग्रामीणों ने चेयरपर्सन मंजू हुड्डा व उसके पति राजेश सरकारी का विरोध किया। मंजू हुड्डा का कहना है कि उनकी छवि खराब करने के लिए यह सब किया जा रहा है। वह लोकतंत्र में विश्वास रखती हैं और जो आरोप उनके पति पर लगाए जा रहे हैं, वह निराधार हैं। पुलिस के अनुसार गांव ईस्माइला निवासी जगबीर ने बताया कि उसकी पत्नी नीलम जिला परिषद की पार्षद हैं। सुबह उनका 15 वर्षीय बेटा सुबह घर से बाहर घुमने के लिए मोटरसाइकिल से निकला था। इसी दौरान गाड़ी में सवार लोगों ने मोटरसाइकिल को टक्कर मार कर उसके बेटे का हथियार के बल पर अपहरण कर लिया। हालांकि, कुछ समय बाद अपहृत युवक दिल्ली रोड पर सकुशल मिल गया। बाद में बेटे ने घटना की जानकारी परिजनों को दी। जगबीर ने आरोप लगाया कि यह पूरा मामला चेयरपर्सन के खिलाफ आने वाले अविश्वास प्रस्ताव को प्रभावित करने के लिए किया गया है, क्योकि 14 में से 10 जिला पार्षद चेयरमैन मंजू हुड्डा के खिलाफ हैं। उन्होंने बताया कि 23 अक्तूबर को मंजू हुड्डा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर वोटिंग होनी है। सांपला थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।