मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

भूख-हड़ताल पर बैठे पार्षदों ने खून से लिखा पत्र

07:52 AM Nov 23, 2024 IST
सोनीपत के एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम खून से लिखा पत्र सौंपते जिला पार्षद और ब्लॉक समिति के सदस्य। - हप्र

सोनीपत, 22 नवंबर (हप्र)
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को उनका वादा याद दिलाने और अपनी मांगों को लेकर गोहाना रोड स्थित जिला परिषद कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल पर बैठे जिला पार्षदों और ब्लॉक समिति सदस्यों ने खून से पत्र लिखा। पत्र सौंपने के लिए उन्होंने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) को धरने पर बुलाया, लेकिन सीईओ ने पत्र लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद, पार्षदों ने लघु सचिवालय जाकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को पत्र सौंपा। पार्षदों की मांग है कि पंचायती राज की सबसे बड़ी इकाई को भंग किया जाए या फिर उन्हें पर्याप्त ताकत दी जाए। धरना स्थल पर शुक्रवार को जिला पार्षद संजय बड़वासनी, रवि इंदौरा, तकदीर, मनजीत, ब्लॉक समिति सदस्य विकास शर्मा, जिला पार्षद प्रतिनिधि विकास, और यशपाल बजाना ने खून से पत्र लिखा। संजय बड़वासनी ने कहा कि मुख्यमंत्री से मिले आश्वासन के बावजूद उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, उनका आंदोलन जारी रहेगा। उनकी सरकार से मांग है कि प्रत्येक जिला पार्षद को ग्रांट के अतिरिक्त एक करोड़ रुपये और ब्लॉक समिति सदस्य को 50 लाख रुपये वार्षिक मुहैया करवाए जाएं, ताकि वे विकास कार्य करवा सकें।
इसके अलावा, पार्षदों ने पंचायती राज संस्था में अरबों रुपये के जीएसटी घोटाले की जांच की भी मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि मनरेगा के तहत काम मशीनों से कराया जा रहा है, जिससे गांव के लोग बेरोजगार हो रहे हैं, और अधिकारी सरकार की योजनाओं में गड़बड़ी कर रहे हैं।

Advertisement

Advertisement