भ्रष्टाचार बना कैंसर, इस बीमारी को जड़ से उखाड़ेंगे : मान
संगरूर, 9 जून (निस )
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि भ्रष्टाचार एक कैंसर बन चुका है। जिसका इलाज आम आदमी पार्टी की सरकार ने शुरू कर दिया है, इसमें कुछ समय जरूर लगेगा लेकिन इस बीमारी को जड़ से उखाड़कर ही दम लिया जाएगा। विरोधियों पर कटाक्ष करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने वजीफे का पैसा खाया और धर्म का पैसा भी लूटा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोलकों का पैसा खाने वालों की हालत सबके सामने है, कभी पैरों में प्लास्टर चढ़ जाता है तो कभी बाजुओं में। इसलिए अब न तो उनके जोड़ कर पाए और न ही वे गठबंधन कर पा रहे हैं। मुख्यमंत्री आज सनौर हलके में दूधनसाधा कस्बे में तहसील कांप्लेक्स का उद्घाटन करने पहुंचे थे।
हलका विधायक हरमीत सिंह पठान माजरा के नेतृत्व में आयोजित रैली के दौरान उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान न कहा कि लोगों ने बादल और कैप्टन को कई बार जिताकर मुख्यमंत्री बनाया। लेकिन दोनों ने भगवान की कृपा को ठुकराकर लोगों की सेवा से मुंह मोड़ लिया। नतीजतन भगवान और लोगों ने उनका घर से निकलना मुश्किल कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग जागरूक हो चुके हैं, आम आदमी पार्टी को मौका दिया है, अब किसी को कोई परेशानी न आए, इसके लिए वे दिन-रात काम कर रहे हैं। पिछली सरकारों की कारगुजारी पर बात करते हुए भगवंत सिंह मान ने कहा कि अपने गांव की जो मांग उन्होंने 7वीं कक्षा में लिखकर दी थी, उसे उन्होंने खुद 2014 में सांसद बनकर पूरा किया। इससे पता चलता है कि पिछली सरकारों को लोगों की समस्याओं या मांगों से कोई लेना-देना नहीं था। सीएम ने कहा, यह लोग गरीबों के पैसे खा गए। कभी प्री-मैट्रिक स्कॉलरशिप तो कभी पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप के पैसे खा गए। यह पैसे अब हमने भरे हैं। इस वजह से बच्चे कॉलेजों से हट गए, क्योंकि आर्थिक हालत ठीक नहीं थी। इन लोगों ने हमें बहुत लूटा है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि विधायक पठान माजरा की ओर से संबंधित विभागों के साथ बैठक कर क्षेत्र की मांगों का शीघ्र समाधान किया जाएगा।
सरकार 200 मनोवैज्ञानिक भर्ती करेगी: चीमा
संगरूर(निस) :
पंजाब सरकार राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए शुरू किए गए ‘वॉर ऑन ड्रग्स’ अभियान के तहत 200 मनोवैज्ञानिकों की भर्ती करेगी। नशे के खात्मे के लिए गठित कैबिनेट सब-कमेटी की बैठक में यह फैसला लिया गया। पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि मनोवैज्ञानिकों की भर्ती छह महीने के लिए अस्थायी आधार पर की जाएगी और इस अवधि के दौरान स्वास्थ्य विभाग नियमित पदों पर मनोवैज्ञानिकों की भर्ती करेगा। चीमा ने कहा कि 1 मार्च 2025 से अब तक पंजाब पुलिस ने राज्य में 16 हजार से अधिक नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है और करीब 96 पुलिस मामले दर्ज किए हैं। इसके अलावा बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ भी बरामद किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार नशे की सप्लाई चेन तोड़ने के साथ-साथ युवाओं को नशे के दलदल से निकालने के लिए प्रयास कर रही है। इस बीच राज्य सरकार ने नशा मुक्ति केंद्रों में 1000 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की है तथा मरीजों की संख्या बढ़ने पर निजी नशा मुक्ति केंद्रों के एक हजार बेड का उपयोग करने का भी निर्णय लिया है। निजी नशा मुक्ति केंद्रों में मरीजों पर होने वाले खर्च का भुगतान राज्य सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार राज्य को नशा मुक्त पंजाब बनाकर ही सांस लेगी।