प्रदेश में चुनाव से पहले निगमों की जनसंख्या पर विवाद
चंडीगढ़, 25 दिसंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा में नगर निगम चुनाव से पहले निगमों की जनसंख्या को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। फरीदाबाद जहां प्रदेश का सबसे बड़ा नगर निगम बना है, वहीं मानेसर की जनसंख्या सबसे कम है। स्थानीय निकाय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार मानेसर की कम संख्या और फरीदाबाद की अधिक संख्या को लेकर सवाल उठ रहे हैं। कई संगठनों तथा विपक्षी दलों द्वारा यह मुद्दा उठाए जाने पर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने विभागीय अधिकारियों से स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। हाईकोर्ट के वकील और कानूनी विश्लेषक हेमंत कुमार ने इस मामले को लेकर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री नायब सैनी, शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल, राज्य निर्वाचन आयुक्त धनपत सिंह, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त एवं सचिव विकास गुप्ता को शिकायत भेजी है। हरियाणा में अगले माह निकाय चुनाव होने जा रहे हैं। शहरी स्थानीय निकाय विभाग द्वारा तीन दिन पहले प्रदेश के सभी निगमों की जनसंख्या को लेकर अधिसूचना जारी की गई है।
हरियाणा की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार ने दिसंबर 2020 में मानेसर को नगर निगम बनाने का फैसला लिया था। मानेसर प्रदेश का 11वां नगर निगम है। मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली पूर्व वर्ती भाजपा सरकार द्वारा बनाया जाने वाला यह दूसरा निगम है। इस नगर निगम में जिले के 29 गांवों को भी मिलाया गया था। हरियाणा में किसी भी नगर निगम को बनने के लिए कम से कम तीन लाख की आबादी होनी जरूरी है, लेकिन मानेसर की जनसंख्या सिर्फ एक लाख 60 हजार 786 है। हरियाणा सरकार के शहरी स्थानीय निकाय विभाग द्वारा 20 दिसंबर 2024 को प्रदेश के गजट में मानेसर नगर निगम की कुल जनसंख्या 160786 दर्शाई गयी है। यह कानूनन आवश्यक न्यूनतम सीमा तीन लाख से लगभग आधी है।