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डीआईजी कॉलोनी में प्लॉट को लेकर फिर बढ़ा विवाद

10:26 AM Jul 16, 2023 IST
डीआईजी कॉलोनी में प्लॉट को लेकर फिर बढ़ा विवाद
बहादुरगढ़ में शनिवार को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते नगर पार्षद जितेंद्र राठी व अजय। -निस
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बहादुरगढ़, 15 जुलाई (निस)
डीआईजी कॉलोनी में जमीन को लेकर नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन एवं भाजपा नेता कर्मबीर राठी व इनेलो प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी पक्ष के बीच फिर से विवाद खड़ा हो गया। पूर्व चेयरमैन कर्मवीर राठी ने शहर थाने में शिकायत देते हुए कहा कि उनके भतीजे चेयरपर्सन के प्रतिनिधि रमेश राठी ने जब विवादित जमीन पर निर्माण करने से रोकने को कहा तो अजय कुमार उर्फ सोनू ने रमेश राठी के साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने आरोप लगाया कि अजय ने यह सब नफे सिंह राठी के पुत्र नगर पार्षद जितेन्द्र राठी के कहने से किया।
उधर, अजय उर्फ सोनू व पार्षद जितेन्द्र राठी ने अपने पर लगे आरोपों को राजनीतिक षड्यंत्र बताया और सभी आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि न्यायालय से उक्त जमीन को लेकर फैसला उनके हक में है। कर्मबीर राठी की शिकायत पर थाना शहर में एफआईआर शुक्रवार को दर्ज हुई है। उन्होंने कहा है कि बादली रोड स्थित डीआईजी कॉलोनी में एक भूखंड पर अवैध निर्माण किया जा रहा था। उनके भतीजे रमेश राठी पर अजय कुमार उर्फ सोनू ने नफे सिंह राठी के पुत्र जितेन्द्र राठी के कहने पर मार-पिटाई की और जान से मारने की धमकी दी। रमेश राठी ने कहा कि इस भूखंड में उनकी हिस्सेदारी है। मामला एसडीएम कोर्ट में भी चल रहा है। बृहस्पतिवार को उन्हें पता लगा कि प्लॉट में अजय कुमार जबरन कब्जा करने के लिए निर्माण करवा रहे हैं। कर्मबीर ने कहा है कि इस पर उन्होंने 112 नंबर पर फोन कर पुलिस बुला ली। मौके पर पुलिस पहुंची तो अजय कुमार उर्फ सोनू ने उनके भतीजे रमेश राठी के साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। उधर जांच अधिकारी राज सिंह का कहना है कि शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
आरोप गलत : जितेंद्र राठी
अजय कुमार व इनेलो प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी के पुत्र नगर पार्षद जितेंद्र राठी ने शनिवार को प्रेस वार्ता करते हुए अपने पर लगे आरोपों को गलत ठहराया। अजय ने कहा कि वह जमीन के असल मालिक हैं और मई 2023 में जिला कोर्ट अपने फैसले में उन्हें असली मालिक ठहरा चुका है। कर्मबीर राठी द्वारा दर्ज करवाए केस को उन्होंने झूठा बताया। उन्होंने कहा कि रमेश राठी या किसी अन्य के साथ उन्होंने कोई मारपीट नहीं की और न किसी को धमकी दी। बल्कि कर्मबीर राठी, उनके भतीजे रमेश राठी व कुछ अन्य व्यक्ति उनके प्लॉट में आकर जबरन घुसे और झगड़ा किया। उन्होंने पहले यहां पुलिस को भेजा और उनकी मौजूदगी में झगड़ा भी किया। जितेन्द्र राठी ने कहा कि जिस समय कर्मबीर राठी, चेयरपर्सन पति रमेश राठी व अन्य लोग भूखंड में पहुंचे उस समय वह तो वहां थे ही नहीं। उन्होंने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर शिकायत में उनका नाम दर्ज करवाया है। ये लोग दूसरों की जमीन हथियाने की कोशिश कर रहे हैं।

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