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कबीरदास की शिक्षाओं को अपनाकर देशहित में दें योगदान : धर्मबीर सिंह

10:37 AM Jun 23, 2024 IST
कबीरदास की शिक्षाओं को अपनाकर देशहित में दें योगदान   धर्मबीर सिंह
भिवानी में शनिवार को अायोजित कार्यक्रम को संबोधित करते सांसद धर्मबीर सिंह। -हप्र
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भिवानी, 22 जून (हप्र)
सांसद धर्मबीर सिंह ने कहा कि संत कबीरदास भक्ति आंदोलन के समकालीन कवि थे। उनके जीवन के कई ऐसे किस्से हैं, जिनमें जीवन को सुखी और सफल बनाने के सूत्र छिपे हैं। इन सूत्रों को जीवन में उतार लेने से हम सभी समस्याओं को दूर कर सकते हैं। उन्होंने संत कबीरदास की बताई शिक्षाओं पर चलकर राष्ट्रहित में अपनी भूमिका सुनिश्चित करने का आह्वान किया। सांसद ने यह बात विभिन्न संगठनों द्वारा हनुमान गेट स्थित जीतू पतित पावन पाठशाला में आयोजित कार्यक्रम में कही।
समिति के महासचिव प्रदीप किराड़ ने बताया कि कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि भिवानी-महेंद्रगढ़ से लोकसभा सांसद धर्मबीर सिंह, डीपी वत्स तथा विशिष्ट अतिथि भाजपा प्रदेश सचिव रेणु डाबला ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता साधुराम इंदौरा ने की। कार्यक्रम से पूर्व शहर में प्रभात फेरी भी निकाली गई।
इस मौके पर प्रधान राजेश डाबला, उपप्रधान राजकुमार सोलंकी, कोषाध्यक्ष बबलू डाबला, सलाहकार सुरेश किराड़, सलाहकार मदन डाबला, अजीत किराड़, भगवानदास कालिया, अनिल पेंटर, अनिल डाबला, सुशील किराड़, विजेंद्र किराड़, मनोज डाबला सहित अन्य सदस्य भी मौजूद रहे।

‘संत कबीर की शिक्षाएं दे रही समाज को दिशा’
कनीना (निस) : संत कबीर की शिक्षाएं आज भी समाज को दिशा दे रही हैं। ये विचार कंवरसैन वशिष्ठ ने शनिवार को कनीना में आयोजित संत कबीर जयंती के उपलक्ष्य में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि जो दो लोगों या कामों के बीच में फंस जाता है उसका जीवन अशांत हो जाता है। कबीरदास का घर आज भी चौरा मठ क्षेत्र के नाम से प्रसिद्ध है। वे 15वीं सदी के रहस्यवादी कवि और संत थे। उनकी रचनाएं गुरुग्रंथ साहिब में भी निहित हैं। कबीरदास बुद्धि से गंभीर थे तथा जाति-पाति से दूर रहकर भक्ति
करते थे।

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निकाली शोभायात्रा
जींद (हप्र) : संत कबीर की 627वीं जयंती पर शनिवार को जींद में विशाल शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा की अगुवाई निर्जन गांव के डेरा घीसापंथी के स्वामी राघवानंद ने की। इसमें दर्जन भर से ज्यादा ट्रैक्टर ट्रालियों में संत कबीर के जीवन की झांकियां प्रदर्शित की गई थी। शोभायात्रा की अगुवाई करते हुए स्वामी राघवानंद ने कहा कि संत कबीर ने समाज को जीने का सही रास्ता दिखाया था। उनके बताए रास्ते पर चलना ही उन्हें सही मायने में याद करना होगा। इस मौके पर जींद के पूर्व डीसी अमित खत्री की माता कृष्णा देवी और जींद के वीटा मिल्क प्लांट के पूर्व सीईओ राजेंद्र सिंह, हिसार के गौभक्त आजाद सिंह आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।
बहादुरपुर में किया नमन
सफीदों (निस) : उपमंडल सफ़ीदों के गांव बहादुरपुर में संत शिरोमणि कबीर के प्रकट दिवस के उपलक्ष्य में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां लोगों ने महान संत को पुष्पांजलि अर्पित की। इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मास्टर सुमेर खुंडिया, अजीत पाथरी, एडवोकेट रवि नागर, मनोज, मेजर, राजकुमार, सतीश, कृष्ण, शिवचरण, सावन चौहान, साहिल व मोहित नागर मौजूद थे।

मानव एकता, समता के हिमायती थे संत कबीर

नारनौल में शनिवार को संत कबीर को श्रद्धासुमन अर्पित करते गणमान्य। -हप्र

नारनौल (हप्र) : स्थानीय मोहल्ला ढिंढासर स्थित गुरु रविदास मंदिर में सर्व अनुसूचित जाति संघर्ष समिति के तत्वावधान में विभिन्न संगठनों द्वारा धूमधाम से संत कबीर जयंती मनाई गई और उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए गए। कार्यक्रम का संचालन करते हुए सर्व समाज के महासचिव एवं कबीर सामाजिक उत्थान संस्था के प्रमुख सलाहकार बिरदी चंद गोठवाल ने कहा कि संत कबीर अपना पूरा जीवन समाज की बुराइयों को दूर करने में लगा दिया। हरियाणा आवाज फाउंडेशन के उपाध्यक्ष एवं पूर्व प्राचार्य डॉ. शिव ताज सिंह ने कहा कि संत कबीर, जिनकी वाणी ने हमेशा समाज में फैले अंधविश्वास, रूढ़ीवाद व पाखंड का घोर विरोध किया और मानवीय एकता और समता का प्रचार किया। समिति के प्रधान चंदन सिंह जालवान, अखिल भारतीय आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के प्रधान लाला राम नाहर व हरियाणा प्रदेश चमार महासभा के प्रधान अनिल फाण्डन ने भी कबीर के जीवन पर प्रकाश डाला।
नारनौल (निस) : संत कबीरदास की जयंती पर शनिवार को गोहाना में राज्य स्तरीय समारोह में भाग लेने के लिए जिला महेंद्रगढ़ से भी सर्व समाज के लोगों की भागीदारी रही। नागरिकों ने उत्साह, उल्लास व उमंग के साथ इस कार्यक्रम में भाग लिया। बस की रवानगी के मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष दयाराम यादव भी मौजूद थे। इस मौके पर कृष्ण कुमार नसीबपुर, रविदत्त सरपंच पालड़ी, प्रिंसिपल उमेद जड़वा, सूबेदार अमरसिंह, राजेश्वरी देवी प्रमुख समाज सेवक भी मौजूद थे।

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