वर्ष 2022 में करीब 107 पब्लिक टॉयलेट का दिया ठेका, काम अधूरा, पेमेंट हो गयी पूरी!
गुरुग्राम, 28 जनवरी (हप्र)
मानेसर नगर निगम में एक और बड़ा घोटाला सामने आया है। वर्ष 2022 में मानेसर नगर निगम की ओर से करीब 107 पब्लिक टॉयलेट बनाने थे। निगम की ओर से टॉयलेट बनाने के लिए ठेकेदारों को ठेका दिया लेकिन तीन वर्ष से अधिक समय हो चुका है मगर अभी तक पूरे टॉयलेट नहीं बन पाये। आरोप है कि इसके बावजूद ठेकेदारों को टॉयलेट बनाने का पक्का प्रमाण पत्र भी दे दिया और अधिकतर ठेकेदारों को मोटी रकम रिलीज कर दी गई। गांव नोरगपुर निवासी कुड़िया राम ने बताया कि एक पब्लिक टॉयलेट पर करीब 29 से 30 लाख रुपए खर्च किए गए जब की टॉयलेट की खुदाई मात्र 5 फुट से अधिक नहीं की गई। कुछ टॉयलेट तो ऐसी जगह बनाए गए जो पब्लिक से कोसों दूर हैं और आज तक उनके पानी के कनेक्शन हैं और न ही उनके ताले खुले हैं। यहां तक की कई जगह तो टॉयलेट बने भी नहीं है और उनके पैसे रिलीज कर दिए गए। कूड़े राम ने आरोप लगाया टॉयलेट के नाम पर लाखों करोड़ों रुपए खर्च किए गए। कूड़े राम का यह भी कहना है कि जहां नगर निगम मानेसर का कूड़ा डंपिंग है उसके ऊपर पहाड़ी के पास टॉयलेट बनाया गया, न पानी का कनेक्शन और न ही वहां कोई टॉयलेट के लिए जाता है लेकिन पैसे जरूर ठेकेदारों को दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच के लिए शिकायत भी की गई है लेकिन नगर निगम मानेसर के अधिकारियों के खिलाफ अभी तक किसी प्रकार की कोई जांच नहीं हो पा रही है। लोगों का कहना है कि कुछ टॉयलेट पहाड़ियों की चोटी पर बनाए गए हैं जो आम आदमी की पहुंच से बाहर हैं।