रेवाड़ी में एम्स का निर्माण जोरों पर, अप्रैल तक ओपीडी शुरू होने की उम्मीद : आरती राव
गुरुग्राम, 21 जनवरी (हप्र)
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण तथा सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से मनाए जा रहे सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत आज गुरुग्राम के एक होटल में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हरियाणा की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री आरती राव और लोक निर्माण व जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने नागरिकों को यातायात नियमों की पालना करने के लिए प्रेरित किया।
अटेली से विधायक एवं स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने बताया कि रेवाड़ी में एम्स का निर्माण कार्य जोरों पर है और अप्रैल माह तक उसमें ओपीडी सेवाएं शुरू हो जाने की उम्मीद है। इसी प्रकार गुरुग्राम में करीब एक हजार करोड़ की लागत से 700 बिस्तरों का सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का निर्माण करवाया जाएगा। मुख्यमंत्री के प्रयासों से प्रदेश के सभी 22 जिलों में मेडिकल कालेज बनवाए जा रहे हैं।
आरती राव ने कहा कि सड़कों की सुविधा के साथ-साथ गुरुग्राम सहित प्रदेश के बाकी हिस्सों में वाहनों की संख्या में इजाफा हुआ है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया है कि मुख्य मार्गों पर हर निश्चित दूरी पर एक ट्राॅमा सेंटर स्थापित किया जाए। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना के दौरान घायल की जान बचाने के लिए पहला एक घंटा अति महत्वपूर्ण माना गया है। इस अवधि में घायल का उचित उपचार शुरू हो जाए तो उसकी जान को बचाया जा सकता है। इसके अलावा सरकारी अस्पतालों में भी 24 घंटे इमरजेंसी की सुविधा उपलब्ध रहती है। इसलिए कोई भी दुर्घटना हो जाए तो सर्वप्रथम घायल को सरकारी अस्पताल में पहुंचाने का प्रयास किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि चिकित्सा अधिकारियों को सरकार ने निर्देश दिए हैं कि पहले घायल का इलाज शुरू किया जाए, पुलिस कार्यवाही बाद में होगी। इसके अलावा जो व्यक्ति घायल को अस्पताल में लेकर आता है, उसको भी रेडक्रास सोसाइटी की ओर से मानदेय दिया जाता है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने यह घोषणा की है कि सडक़ दुर्घटनाओं में घायल होने वाले व्यक्ति को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी
लोकनिर्माण एवं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने कहा कि प्रदेश स्तर पर सड़कों को बेहतर किया जा रहा है। सड़क सुरक्षा के लिए धुंध के मौसम को देखते हुए प्रदेश में मुख्य मार्गों पर 3700 किलोमीटर की दूरी में तथा अन्य मार्गों पर 14 हजार किलोमीटर तक सफेद पट्टी बना दी गई है।