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पाकिस्तान से जुड़ा कनेक्शन, हवाला के जरिए लेनदेन करते थे आरोपी

11:38 AM Aug 14, 2022 IST

सोनीपत/गुरुग्राम, 13 अगस्त (हप्र/निस)

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हरियाणा में विधायकों को धमकी देने के मामले की जांच कर रही एसटीएफ ने खुलासा किया है कि आरोपी पाकिस्तान व एक अन्य देश से हवाला के माध्यम से रुपयों का लेनदेन करते थे। बाद में हवाला के जरिये पाकिस्तान व अन्य देश में रकम भेज देते थे। जांच में पता लगा कि गैंग का मुखिया बिहार का रहने वाला अबुलेश आलम है।

एसटीएफ ने ऐसे 727 बैंक खातों को सीज किया है, जिनमें 8 महीने में 867 ट्रांजेक्शन करके वह 2.77 करोड़ की साइबर ठगी का रुपया भेज चुका है। एसटीएफ को जांच में 18 वर्चुअल नंबर संचालित मिले हैं। प्रदेश के साथ ही पंजाब व दिल्ली के विधायकों से जून-जुलाई माह में रंगदारी मांगी गई थी। रंगदारी नहीं देने पर उनकी हत्या की धमकी दी गई थी। प्रदेश में सोनीपत से विधायक सुरेंद्र पंवार, साढौरा विधायक रेणु बाला, सफीदों विधायक सुभाष गांगोली, सोहना विधायक संजय सिंह के साथ ही पंजाब व दिल्ली के पूर्व विधायकों को लारेंस बिश्नोई व नीरज बवाना के नाम से धमकियां दी गई थीं। यह धमकियां मध्य एशियाई देश और पाकिस्तान के नंबरों से दी गई थीं। इनके अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए थे। विधायकों को धमकी मिलने से राज्यों में हड़कंप मच गया था। विपक्ष ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे। इसके चलते गृहमंत्री अनिल विज ने प्रदेश में इन मामलों की जांच एसटीएफ को सौंपी थी। मामले में 6 आरोपियों को दबोचा गया था।

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एसटीएफ के हवलदार तक को मिल गई थी धमकी : विधायकों को धमकी देने की तर्ज पर एसटीएफ के हवलदार अमित कुमार को भी पाकिस्तान व दुबई से रंगदारी मांगने के साथ ही धमकी दी गई थी। इस मामले में एसटीएफ की 8 टीमों ने छापामारी शुरू की थी। एसटीएफ ने शुरुआत में 6 आरोपियों को हवलदार को धमकी देने के मामले में गिरफ्तार किया था। उन्होंने पूछताछ में विधायकों से रंगदारी मांगना और धमकी देना भी स्वीकार किया था। इनको एसटीएफ सोनीपत ने रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। जिसके बाद मामले से पर्दा उठता चला गया। एसटीएफ के सुमित कुहाड़ ने बताया कि इस मामले में अमित यादव उर्फ राधेश्याम यादव, सद्दीक अनवर, सनोज कुमार, कैश आलम, दुलेश आलम, बदर-ए- आलम व अबुलेश आलम को गिरफ्तार किया था।

इनके मोबाइल में 18 वर्चुअल नंबर संचालित पाए गए थे। यह नंबर विदेश से संचालित होते मिले। एसटीएफ ने आरोपी इकबाल कैश आलम व सदिक के मध्य एशियाई देशों से सीधे संबंध पाए गए। इनमें सऊदी अरब में राकेश से तथा पाकिस्तान में अली, नजीर, वसीम, शब्बीर, इमरान, एमडी खान व रफ़ीक से लगातार संपर्क होने का पता लगा।

अबुलेश आलम निकला सरगना

एसटीएफ के आईजी सतीश बालन ने बताया कि इस गैंग का सरगना बिहार के बेतिया जिले के गांव दमावरा निवासी अबुलेश आलम है। वह केबीसी, शून्य ब्याज पर ऋण देने और ओटीपी पूछकर फ्रॉड करके साइबर ठगी करता था। अबुलेश आलम ने अमित उर्फ राधेश्याम व अपने छोटे भाई दुलेश आलम को ठगी का यह धंधा सिखाकर विदेश में बैठे अपने गैंग के सदस्यों से उनका संपर्क करा दिया था। गिरफ्तार आरोपी कैश आलम तीन साल दुबई में रह चुका है। यह विदेश में बैठे अपने साथी इकबाल, वसीम, अली व नाजीर के साथ व्हाट्सएप चैट के माध्यम से आठ महीने में कुल 727 बैंक खातों में 867 ट्रांजेक्शन के जरिये 2.78 करोड़ का लेनदेन कर चुके हैं।

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