सोनिया, राहुल गांधी के खिलाफ ED के एक्शन पर कांग्रेसियों में उबाल, प्रदर्शन किया
नयी दिल्ली, 16 अप्रैल (भाषा)
Congress protest: कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने 'नेशनल हेराल्ड' मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पार्टी के शीर्ष नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किए जाने के विरोध में बुधवार को यहां प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार पर प्रतिशोध की राजनीति का आरोप लगाया।
पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता बुधवार को सुबह ही पार्टी के पुराने मुख्यालय 24 अकबर रोड पहुंच गए और अपने नेताओं के पक्ष और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने आरोप लगाया कि यह सब राजनीति से प्रेरित मामला है।
नेशनल हेराल्ड मामले में BJP की साजिश के खिलाफ पूरे देश और कांग्रेसजनों में आक्रोश है।
ये पूरी तरह से बोगस चार्जशीट है, एक फर्जी मामला है।
असलियत ये है कि 12 साल पुराने केस में सरकार को 365वें दिन चार्जशीट दायर करनी पड़ी, क्योंकि उनके पास कोई साक्ष्य या सबूत नहीं है।
सरकार… pic.twitter.com/4TNc5KGRwT
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उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "यह राजनीति से प्रेरित मामला है। हमें न्यायिक प्रणाली पर भरोसा है। हम इसे कानूनी रूप से लड़ेंगे। राहुल गांधी और सोनिया गांधी को जानबूझकर निशाना बनाया गया है।"
अदालत में जिस एजेंसी के तहत नेशनल हेराल्ड का मामला पहुंचाया गया है, उसकी मंशा सिर्फ विपक्ष को प्रताड़ित करने की है।
गुजरात में अधिवेशन होता है और यहां चार्जशीट दायर कर दी जाती है।
BJP आने वाले बिहार और असम चुनाव में अपनी संभावित हार और कांग्रेस पार्टी की सक्रियता को देखते हुए… pic.twitter.com/LiketewgFO
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पायलट ने कहा कि यह सब विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए किया गया हैl पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने दावा किया, "नेशनल हेराल्ड, गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी से 1947 से पहले अंग्रेज़ चिढ़ते थे, आज 2025 में RSS के लोग चिढ़ते हैं।"
नेशनल हेराल्ड मामले में BJP जिस राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से काम कर रही है, उसे जनता स्वीकार नहीं करेगी।
ये पूरी तरह से फर्जी मामला है, जिसके दम पर विपक्ष को डराने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन जब कांग्रेस पार्टी अंग्रेजी हुकूमत से नहीं डरी तो BJP से क्या डरना?
BJP लाख कोशिश… pic.twitter.com/j81jkDCGRC
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उन्होंने कहा कि गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी तब भी मज़लूमों की आवाज़ थी और आज भी है। खेड़ा ने कहा, "जिस गैर लाभकारी कंपनी में एक रुपये का भी लेन देन नहीं हुआ, कोई संपत्ति हस्तांतरित नहीं की गई, उस पर धन शोधन का मामला दर्ज करना मोदी के डर का परिचायक है।"
नेशनल हेराल्ड, गांधी परिवार और कांग्रेस से पहले अंग्रेज चिढ़ते थे, अब RSS वाले चिढ़ते हैं।
जिस नॉट फॉर प्रॉफिट कंपनी में एक रुपए का भी लेनदेन नहीं हुआ, कोई प्रॉपर्टी हस्तांतरित नहीं की गई, उस पर मनी लॉड्रिंग का केस नरेंद्र मोदी का डर दिखाता है।pic.twitter.com/BihnuTeNPg
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ED ने नेशनल हेराल्ड मामले में मनी लांड्रिंग के आरोप में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया है। विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने नौ अप्रैल को दाखिल आरोप-पत्र के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर पड़ताल की और सुनवाई की अगली तारीख 25 अप्रैल निर्धारित की।
नेशनल हेराल्ड केस में कोई दम नहीं है। इसे लंबे समय से खींचा जा रहा है। यह मामला राजनीति से प्रेरित है।
हमें न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है, हम कानूनी तरीके से लड़ेंगे और हमें न्याय मिलेगा। विपक्ष की आवाज दबाने के लिए श्रीमती सोनिया गांधी जी और राहुल गांधी जी को निशाना बनाया गया… pic.twitter.com/RJTQFY1uOB
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