मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले कांग्रेस की आज दिल्ली में बैठक

08:38 AM Jun 01, 2024 IST

चंडीगढ़, 31 मई (ट्रिन्यू)
हरियाणा में लोकसभा चुनावों के मतदान के छह दिन बाद शनिवार को नई दिल्ली में कांग्रेस की समीक्षा बैठक होगी। नई दिल्ली स्थित जवाहर भवन में कांग्रेस के हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया की अध्यक्षता में में यह बैठक होगी। इसमें पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा व पार्टी प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान सहित लोकसभा चुनाव लड़ने वाले सभी नौ प्रत्याशियों को भी आमंत्रित किया है। कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से इंडिया गठबंधन से आम आदमी पार्टी के डॉ़ सुशील गुप्ता प्रत्याशी हैं।
बैठक में कांग्रेस नेताओं द्वारा मतदान प्रतिशत तथा हलकावार के समीकरणों को लेकर चर्चा की जाएगी। वहीं यह भी फीडबैक लिया जाएगा कि पार्टी प्रत्याशी उनके लोकसभा क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले कौन-कौन से हलकों में मजबूत रहे और कहां-कहां कमजोरी देखने को मिली। माना जा रहा है कि इस दौरान अंदरखाने विरोध तथा भितरघात को लेकर भी बातचीत हो सकती है। हालांकि कांग्रेस के प्रमुख नेता यह दावा करते रहे हैं कि पार्टी ने एकजुटता के साथ चुनाव लड़ा और सभी सीटों पर जीत हासिल करेंगे।
बैठक में लोकसभा चुनाव के संभावित नेतीजों के अलावा सितंबर-अक्तूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर भी चर्चा हो सकती है। हालांकि विधानसभा चुनावों को लेकर विस्तार से चर्चा के लिए अलग से बैठक भी बुलाई जाएगी। तीन निर्दलीय विधायकों – सोमबीर सिंह सांगवान, रणधीर सिंह गोलन व धर्मपाल गोंदर द्वारा सरकार से समर्थन लेकर कांग्रेस को समर्थन देने से राजनीतिक हालात बदले हैं। भाजपा को समर्थन देने वाले बादशाहपुर से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का निधन हो गया।
ऐसे में नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार फिलहाल तकनीकी रूप से अल्पमत में है। माना जा रहा है कि कांग्रेस की बैठक में इस मुद्दे पर भी चर्चा हो सकती है और अल्पमत सरकार के खिलाफ रणनीति तय की जा सकती है। लोकसभा की दस सीटों में से नौ पर कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार उतारे थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा सिरसा से चुनाव लड़ रही हैं। उनके लिए पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान ने एक दिन भी प्रचार नहीं किया। बताते हैं कि सैलजा की ओर से उन्हें आमंत्रित भी नहीं किया गया।
पसंद के उम्मीदवार उतारे थे हुड्डा ने
हुड्डा व उदयभान ने सिरसा को छोड़कर बाकी नौ लोकसभा सीटों पर प्रचार किया। कांग्रेस ने अपने हिस्से की नौ सीटों में से आठ संसदीय क्षेत्रों में हुड्डा की पसंद के उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे थे। 2019 के मुकाबले इस बार इंडिया गठबंधन लोकसभा की सभी दस सीटों पर पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ता नज़र आया। इसी वजह से कई सीटों पर मुकाबला कांटे का बना हुआ नज़र आ रहा है। वास्तविकता का पता तो 4 जून को मतगणना से ही पता लगेगा। लेकिन इससे पहले कांग्रेस ने ग्राउंड रियल्टी जानने के लिए शनिवार को दिल्ली में बैठक बुला ली है।

Advertisement

Advertisement