कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से महाराष्ट्र चुनाव में डाटा संबंधी शिकायत की
नयी दिल्ली, 29 नवंबर (एजेंसी)
कांग्रेस ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में डाटा संबंधी गंभीर विसंगतियों को लेकर शुक्रवार को निर्वाचन आयोग का रुख किया और इस पर विस्तृत जवाब की मांग की। पार्टी ने एक ज्ञापन के माध्यम से यह आग्रह भी किया कि आयोग उसके नेताओं को मिलने का अवसर दे ताकि वह इन ‘विसंगतियों’ तथा इस विधानसभा चुनाव से संबंधित कुछ अन्य मुद्दों को उठा सके।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर इस ज्ञापन को साझा किया। इस ज्ञापन पर कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक, महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले और राज्य प्रभारी रमेश चेन्निथला के हस्ताक्षर हैं। कांग्रेस ने आयोग से आग्रह किया, ‘हम आयोग के ध्यान में डाटा से संबंधित कुछ बिंदु लाना चाहेंगे जो चिंता का कारण हैं। इस पर माननीय आयोग से हस्तक्षेप की आवश्यकता है।’ कांग्रेस ने ज्ञापन में कहा, ‘संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत माननीय आयोग पर चुनावी प्रक्रिया की शुचिता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी है। हेराफेरी और चुनावी धोखाधड़ी के एक भी मामले में आयोग से तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है।’
ईवी पर 42 याचिकाएं, हर बार कोर्ट ने भरोसेमंद बताया : सरकार
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर सवाल उठाते हुए सुप्रीम कोर्ट और विभिन्न हाईकोर्ट में करीब 42 याचिकाएं दायर की गई हैं और न्यायपालिका ने बार-बार कहा है कि ईवीएम प्रामाणिक, भरोसेमंद और छेड़छाड़-रहित है। सरकार ने शुक्रवार को लोकसभा में यह जानकारी दी। मशीनों से छेड़छाड़ या हैकिंग को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों को लेकर एक सवाल का जवाब देते हुए, कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि निर्वाचन आयोग (ईसी) के अनुसार, ईवीएम एक ‘स्टैंडअलोन’ मशीन है जिसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी संचार क्षमता नहीं है, इसलिए यह वायरलेस, ब्लूटूथ और वाई-फाई के माध्यम से संचार नहीं कर सकती है।