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मानकों के आकलन से खरीदारी में विश्वास

08:49 AM Nov 15, 2023 IST
मानकों के आकलन से खरीदारी में विश्वास
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श्रीगोपाल नारसन

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जब भी हम बाजार से कोई सामान खरीदते हैं तब कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। सामान की गुणवत्ता अच्छी हो, अच्छे व अत्याधुनिक डिजाइन का हो, मूल्य भी सही हो। साथ ही यह भी कि सामान आईएसआई मार्क वाला हो। आईएसआई मार्क चेक करना इसलिए आवश्यक हैं क्योंकि जब वस्तु पर आईएसआई मार्क होता है तो वह इस बात का प्रमाण है कि सामान अच्छी गुणवत्ता का है, उपयोग करने के लिए सुरक्षित और सही है। आईएसआई से अभिप्राय इंडियन स्टैंडर्ड इंस्टिट्यूट से है जो भारत में साल 1955 में अस्तित्व में आया था। इसका नाम पहले आईएसआई यानि भारतीय मानक संस्थान ही था, लेकिन वर्ष 1987 में नाम को बदलकर ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स यानि बीआईएस कर दिया गया हालांकि आईएसआई का प्रयोग करना जारी रहा, क्योंकि यह उत्पाद के परीक्षण का चिन्ह है। इसकी परिधि में आने वाले प्रत्येक उत्पाद की गुणवत्ता का मूल्यांकन करना और उसे प्रमाण रूप में चिन्ह यानि मार्क देना बीआईएस का दायित्व है। इस तरह मार्क प्रमाण पत्र का अभिप्राय होता है कि उत्पाद निर्माता ने अपने उत्पाद का सावधानी पूर्वक परीक्षण कर लिया है और उत्पाद सभी मानक पूर्ण करता है।
निर्माता के लिए पंजीकरण जरूरी
आईएसआई मार्क का पंजीकरण उत्पाद निर्माता के लिए अनिवार्य होता है। यह मार्क निर्माता और ग्राहक के बीच अच्छे संबंध बनाने में मददगार होता है। आईएसआई मार्क ग्राहक को संतुष्ट करता है कि जो उत्पाद आप बाजार में देख रहे हैं व उसे खरीदने की सोच रहे हैं, यह सुरक्षित है और इसकी गुणवत्ता भी बहुत अच्छी है। आप इस उत्पाद को नि:संकोच खरीद सकते हैं। लेकिन जब किसी उत्पाद पर आईएसआई का लोगो नहीं होता है, तो माना जाता है कि यह उत्पाद बिना सरकार की अनुमति व गुणवत्ता जांच के बेचा जा रहा है,जो कि गलत है। इसलिए जब भी हम बाजार से कोई उत्पाद खरीदते हैं तो उस पर आईएसआई का मार्क होना चाहिए, नहीं तो यह उत्पाद नकली हो सकता है।
जागरूक रहने में ही फायदा
जिस तरह बीआईएस, आईएसआई के द्वारा हमारे लिए अच्छी गुणवत्ता का उत्पाद व उसकी सुरक्षा का ध्यान रखा जाता है तो उसी तरह ग्राहक को भी जागरूकता बनाये रखनी चाहिए। ग्राहक होने के नाते आपका यह दायित्व बनता है कि जागरूक ग्राहक के तौर पर हमेशा आगे रहें और नकली व खराब गुणवत्ता का सामान खरीदने से बचें। क्योंकि नकली आईएसआई मार्क वाले उत्पाद न तो अच्छी गुणवत्ता के होते हैं और न ही यह उपयोग करने में सुरक्षित होते हैं। आईएसआई प्रमाणीकरण एक वर्ष के लिए वैध होता है जिसे अवधि बीतने पर नवीनीकृत कराया जा सकता है।
उत्पादों पर मार्क की अनिवार्यता
भारत में कुछ उत्पाद ऐसे हैं जिनको बिना आईएसआई मार्क के नहीं बेचा जा सकता। इन उत्पादों पर आईएसआई मार्क लेना अनिवार्य होता है, इन उत्पादों में सीमेंट, इलेक्ट्रॉनिक सामान, बैटरी, स्टोव, ऑटोमोबाइल्स आदि आते हैं। वहीं कुछ उत्पादों के लिए आईएसआई मार्क एडवाइजरी जारी की गई है। जिनमें सीमेंट, बैटरियों घरेलू बिजली के सामान, खाद्य और संबंधित उत्पाद, तेल के दबाव वाला स्टोव, ऑटोमोबाइल सहायक उपकरण, सिलेंडर, वाल्व और रेगुलेटर, चिकित्सकीय उपकरण, इस्पात और लौह उत्पाद, कैपेसिटर, रसायन, उर्वरक, कपड़ा, रसोई उपकरण, एलपीजी के साथ प्रयोग के लिए घरेलू वॉटर हीटर, एयर कंडीशनर, सक्रिय ऊर्जा के लिए प्लग और सॉकेट-आउटलेट और अल्टरनेटिंग-करंट डायरेक्ट कनेक्टेड स्टेटिक प्रीपेमेंट मीटर, घरेलू गैस स्टोव, प्रेशर कुकर, केबल, एल्युमिनियम पन्नी, खिलौने, फ्लैट पारदर्शी शीट ग्लास, सुरक्षा प्रदान करने वाले कांच, हेलमेट, पीवीसी पाइप और फिटिंग्स व जूट के थैले के लिए आईएसआई प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य है। ग्राहकों को भी उक्त सामान खरीदने के समय गुणवत्ता परख के लिए आईएसआई मार्क अवश्य देखना चाहिए।
-लेखक उत्तराखंड राज्य उपभोक्ता आयोग के वरिष्ठ अधिवक्ता हैं।

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