तीन दिवसीय जिला स्तरीय गीता महोत्सव का समापन
पानीपत, 11 दिसंबर (वाप्र)
जिला स्तरीय तीन दिवसीय गीता महोत्सव का समापन समारोह शिवाजी स्टेडियम के खेल ग्रांउड में हुआ। इस दौरान नगराधीश टिनू पोसवाल ने पानीपत जिला के आमजन का धन्यवाद देते हुए और प्रशंसा करते हुए कहा कि गीता महोत्सव के तहत नागरिकों ने जिस तरीके से बढ़चढ़ कर भाग लिया है, उससे ज्ञान व आस्था की परम्परा से जुड़ी युवा पीढ़ी को नई दिशा मिली है। उन्होंने कहा कि महान संतों की बदौलत आज हिन्दू समाज आगे बढ़ा है और हमें समाज को नई दिशा देने वाले संतों से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज भारतीय संस्कृति की जो बेजोड़ मिसाल इस गीता महोत्सव के तहत हर गली-हर घर में देखने को मिल रही है। इससे भारत का गौरव और भी ज्यादा बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि स्वामी ज्ञानानन्द महाराज की अगुवाई में जिस तरह से गीता का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है उससे भारतीय संस्कृति, धर्म एवं दर्शन पर गहरा प्रभाव पड़ा है। गीता एक ग्रंथ ही नहीं बल्कि जीने का सिद्धांत है। उन्होंने गीता महोत्सव के समापन के लिए जिला के सभी प्रशासनिक अधिकारियों, विभागाध्यक्षों और समाजसेवियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि बहुत ही सौहार्दपूर्ण तीन दिवसीय गीता महोत्सव कार्यक्रम का आज समापन हो रहा है जिसमें जिला प्रशासन व शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों ने बढ़चढ़ कर कार्य किया है। इसलिए आज शहर पूरा गीतामय हो गया है। ये सब लोग बधाई के पात्र है। इससे पूर्व में बुधवार को ही ग्लोबल चैंटिंग के तहत विभिन्न स्कूलों व शिवाजी स्टेडियम में एक साथ गीता के श्लोकों का मंत्रोचारण भी किया गया। समापन कार्यक्रम में विभिन्न सांस्कृतिक दलों व स्कूलों बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति दी गई। सूचना जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग की ओर से भी लगाई गई प्रदर्शनी से भी आमजन ने विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी हासिल की। नगराधीश टिनू पोसवाल ने इस मौके पर कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले स्कूलों एवं सांस्कृतिक दलों के प्रतिनिधियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित भी किया।
विभिन्न धार्मिक, समाजसेवी संस्थाओं ने संविधान चौक पर किया दीपदान
गीता महोत्सव के अंतर्गत अंतिम दिन देर सायं असंध रोड दो नहरों के बीच स्वर्गपुरी शमसान घाट द्वारा गीता महोत्सव के अवसर पर स्थानीय संविधान चौक पर दीपदान किया गया। जीओ गीता के चेयरमैन सूरज दुरेजा व दशहरा कमेटी के प्रधान रमेश माटा व अनिल मदान सहित अन्य समाजसेवी संस्थाओं दीप दान किया। अनिल मदान ने बताया कि हम सभी को गीता जी के श्लोकों का अनुसरण करते हुए हमें मानवता की भलाई के काम करने चाहिए। इस तरह के कार्यक्रम सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। गीता मानव के सम्पूर्ण जीवन का एक अलोकिक दर्शन देती है। गीता का ज्ञान हमें आज के आधुनिक जीवन में सभी समस्याओं का हल देने की क्षमता रखता है। इसके साथ-साथ सींक गांव व चुलकाना धाम में भी दीपदान किया गया।