फेफड़ों और सांस के रोगियों का होगा व्यापक उपचार
चंडीगढ़/पंचकूला, 9 सितंबर (नस)
गवर्नमेंट मेडिकल काॅलेज एंड हाॅस्पिटल सेक्टर 32 के आज वार्षिक दिवस पर राज्यपाल एवं प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल ने शहरवासियों को चिकित्सा संबंधी सौगात दी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि धर्मपाल ने जीएमसीएचए चंडीगढ़ में विभिन्न सुविधाओं का उद्घाटन किया, जिसमें अस्पताल भवन में वीआरडीएल लैब, स्किल लैब, रेस्पिरेटरी आईसीयू और पल्मोनरी मेडिसिन ओपीडी शामिल हैं। गंभीर फेफड़ों और श्वसन रोगियों को व्यापक उपचार प्रदान करने के लिए लेवल 5-ए ब्लॉक-ए में एक अलग रेस्पिरेटरी इंटेंसिव केयर यूनिट स्थापित किया गया है।
गवर्नमेंट मेडिकल काॅलेज एंड हॉस्पिटल के वार्षिक दिवस पर संस्थान के छात्र-छात्राओं, नर्सिंग स्टाफ के अलावा फेकेल्टी सदस्यों, अधिकारियों और कर्मचारियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन के दौरान न केवल चंडीगढ़ के नागरिकों के लिए बल्कि आसपास के राज्यों के लोगों के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने और कोविड 19 महामारी के प्रबंधन में बहुमूल्य योगदान के लिए संकाय और कर्मचारियों को बधाई दी।
वीआरडीएल, स्किल लैब भी शुरू
सलाहकार ने इस मौके पर विभाग में एक नयी वायरस अनुसंधान और नैदानिक प्रयोगशाला वीआरडीएल का उद्घाटन किया। माइक्रोबायोलॉजी लेवल-1 ब्लॉक-ई में आरटीपीसीआर की जांच पुरानी लैब में ही होती थी। मरीजों और चिकित्सकों को संक्रमण मुक्त वातावरण प्रदान करने के लिए पल्मोनरी मेडिसिन ओपीडी का नवीनीकरण किया गया है। राष्ट्रीय चिकित्सा परिषद की आवश्यकता को पूरा करने के लिए ब्लॉक-जे में एक नयी स्किल लैब स्थापित की गई है।
जीएमसीएच बना 1500 बेड का अस्पताल
निदेशक प्रिंसिपल प्रो. जसबिंदर कौर ने बताया कि जीएमसीएच आज देश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 8वें स्थान पर है। उन्होंने बताया कि जीएमसीएच की वर्तमान बेड क्षमता 980 बेड है, जिसमें साउथ कैंपस सेक्टर 48 के 122 बेड शामिल हैं। 200 बेड वाले इमरजेंसी-कम-ट्रॉमा ब्लॉक का निर्माण कार्य पहले ही शुरू हो चुका है और प्रगति पर है। इससे आपातकालीन सेवाओं में जबरदस्त सुधार होगा। लगभग 300 बिस्तरों वाले मातृ एवं शिशु देखभाल केंद्र को 100 दिनों की प्राथमिकता सूची में जोड़ा गया है। दोनों सुविधाओं के जुड़ने से जीएमसीएच की बेड स्ट्रेंथ 1500 के लगभग बढ़ जायेगी।