सर्व पंथ समभाव के लिए प्रतिबद्ध : मोदी
नयी दिल्ली, 7 जून (एजेंसी)
भाजपा नीत एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपसी विश्वास इस गठबंधन के मूल में है और वे ‘सर्व पंथ समभाव’ के सिद्धांत के प्रति प्रतिबद्ध हैं। एनडीए को ‘राष्ट्र प्रथम’ के सिद्धांत के लिए प्रतिबद्ध एक स्वाभाविक गठबंधन करार देते हुए उन्हाेंने कहा कि वह अपनी अगली सरकार के सभी फैसलों में सर्वसम्मति सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे।
संसद भवन परिसर के सेंट्रल हॉल में आयोजित समारोह में एनडीए के नवनिर्वाचित सांसदों और नेताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘यदि आप गठबंधन और आंकड़ों के संदर्भ में देखते हैं तो यह सबसे मजबूत गठबंधन सरकार है।’ उन्होंने कहा, मेरे लिए एनडीए का मतलब ‘न्यू, डेवलप्ड, एस्पिरेशनल इंडिया’ है। हमारे 10 साल सिर्फ एक ट्रेलर थे। देश के विकास के लिए हम बहुत मेहनत और तेजी से काम करेंगे।
विपक्ष पर तीखे वार : प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा, ‘इंडी गठबंधन के दलों ने कहना शुरू कर दिया है कि वे केवल लोकसभा चुनाव के लिए साथ आए हैं। इस तरह का रवैया उनके चरित्र, सत्ता की भूख को दर्शाता है।’ मोदी ने आरोप लगाया कि विपक्ष ने लोकतंत्र में लोगों के विश्वास को खत्म करने और एनडीए की चुनावी जीत को पराजय की छाया के नीचे ढंकने की कोशिश की। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस को 2014 के बाद से तीनों लोकसभा चुनावों में उतनी सीटें नहीं मिली हैं, जितनी हमें इन चुनावों में मिली हैं। इस बार वह 100 का आंकड़ा भी नहीं छू पाई है।’उन्होंने दावा किया कि सत्ताधारी गठबंधन को लोकसभा चुनाव में महाविजय मिली है।
बादल, ठाकरे का लिया नाम
मोदी ने अपनी सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों को रेखांकित करते हुए बार-बार एनडीए का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि कैसे टीडीपी के एन चंद्रबाबू नायडू और जदयू के नीतीश कुमार सहित इसके विभिन्न सदस्यों ने अपने-अपने राज्यों में विकास की शुरुआत की है। मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी, प्रकाश सिंह बादल, बाला साहब ठाकरे, जॉर्ज फर्नांडिस, शरद यादव का नाम लेकर कहा, इन लोगों ने जो बीज बोया था, उसे आज भारत की जनता ने विश्वास का सिंचन करके वटवृक्ष बना दिया है।