भाजपा-जजपा के बीच साठगांठ, गठबंधन तोड़ने का रचा प्रपंच : भूपेंद्र हुड्डा
चंडीगढ़, 23 मार्च (ट्रिन्यू)
भाजपा-जजपा ने गठबंधन तोड़ने का सिर्फ प्रपंच रचा है और आज भी दोनों दलों में अंदरूनी साठगांठ है। पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शनिवार को यह बात कही। उन्होंने कहा कि विधानसभा में ही दोनों दलों की साठगांठ एक्सपोज हो गई थी। विश्वास प्रस्ताव के दौरान जजपा की ओर से व्हिप जारी करके अपने सभी विधायकों को गैर-हाजिर रहने का आदेश दिया गया था ताकि भाजपा को जजपा की अनुपस्थिति का पूरा फायदा मिल सके।
शनिवार को नयी दिल्ली में मीडिया से बातचीत में हुड्डा ने कहा, हरियाणा की जनता इस मिलीभगत को अच्छे से समझती है। सभी जानते हैं कि इस बार भी चुनाव में कुछ दल भेष बदलकर कांग्रेस के वोट काटने के मकसद से चुनाव में उतरेंगे। जनता उन्हें वोट की चोट से जवाब देगी। हुड्डा ने कई दलों द्वारा कांग्रेस में शामिल होने के पत्रकारों के सवाल पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि 33 दलों द्वारा दिल्ली में एआईसीसी ऑफिस जाकर इंडिया गठबंधन को बाहर से समर्थन देने की पेशकश की गई है। जहां तक हरियाणा का विषय है, लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी या उसके प्रमुख राजकुमार सैनी का कांग्रेस में शामिल होने का सवाल ही नहीं है। क्योंकि, न तो वो कांग्रेस में शामिल हुए, न ही कांग्रेस के सदस्य बने। इसलिए किसी गैर-कांग्रेसी नेता के कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ने की बात कोरी अफवाह है। कांग्रेस 36 बिरादरी की पार्टी है और वो कभी जात-पात की राजनीति नहीं करती। हुड्डा ने मुख्यमंत्री बदले जाने पर कहा कि मुख्यमंत्री का चेहरा बदलने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। क्योंकि, अब सरकार बदलने का वक्त आ गया है। ये बात उन्होंने विधानसभा में भी कही थी।