हरियाणा खेल विश्वविद्यालय से प्राप्त कोचिंग डिप्लोमा होगा एनआईएस के समकक्ष
सोनीपत, 15 जून (हप्र)
हरियाणा खेल विश्वविद्यालय, राई द्वारा दिया जाने वाला खेल कोचिंग का डिप्लोमा (पीजीडीएससी) अब प्रतिष्ठित संस्थान नेताजी सुभाष राष्ट्रीय खेल (एनआईएस), पटियाला और देशभर के अन्य यूजीसी-मान्यता प्राप्त खेल विश्वविद्यालयों द्वारा दिए जाने वाले खेल कोचिंग डिप्लोमा के बराबर माना जाएगा। विश्वविद्यालय के कुलपति एवं पूर्व डीजीपी अशोक कुमार ने शनिवार को एक प्रेस वार्ता में बताया कि इस आशय की घोषणा हाल ही में हरियाणा सरकार द्वारा की गई है। यह ऐतिहासिक निर्णय खेल शिक्षा में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने सरकार के इस निर्णय के प्रति आभार व्यक्त किया और बताया कि यह मान्यता हमारे विश्वविद्यालय और हमारे छात्रों के लिए मील का पत्थर साबित होगी। यह खेल कोचिंग में शीर्ष स्तरीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करने के हमारे संकल्प और कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और समर्पण की बदौलत संभव हो पाया है।
आवेदन की तिथि बढ़ाकर 15 जुलाई की
कुलपति ने बताया कि प्रवेश के लिए आवेदन की अंतिम तिथि को 21 जून से बढ़ाकर 15 जुलाई कर दिया है। विश्वविद्यालय में प्रवेश पाने के इच्छुक अब 15 जुलाई 2024 तक आवेदन कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि सक्रिय खिलाडिय़ों के लिए विशेष रूप से हाईब्रिड मोड डिजाइन किया गया। प्रत्येक में 50 सीटों की क्षमता है। इसके अतिरिक्त, खेल विज्ञान में बैचलर ऑफ साइंस (बीएससी) 50 सीटों के साथ उपलब्ध है। स्नातकोत्तर छात्रों के लिए मास्टर ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोट्र्स (एमपीईएस) कार्यक्रम में 30 सीटें हैं। उन्होंने बताया कि खेल कोचिंग में विशेष स्नातकोत्तर डिप्लोमा को भी प्रदान करते हैं, जिसमें एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, बॉक्सिंग, क्रिकेट, फुटबॉल, हैंडबॉल, कबड्डी, लॉन-टेनिस, वॉलीबॉल, कुश्ती और योग जैसे विभिन्न खेल शामिल हैं। प्रत्येक डिप्लोमा में 25 सीटें हैं। इसके अलावा अन्य महत्वपूर्ण विषयों में स्नातकोत्तर डिप्लोमा भी प्रदान कर रहे हैं, जिसमें स्पोट्र्स साइंस, स्पोट्र्स न्यूट्रिशन, फिजियोथेरेपी, स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग और खेल पत्रकारिता शामिल हैं, इस सभी में प्रति डिप्लोमा 20 सीटें उपलब्ध हैं। इसके साथ ही शारीरिक शिक्षा में हमारा पीएचडी कार्यक्रम शोध करने वालों के लिए तीन सीटें प्रदान करता है।