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पीजीआई चंडीगढ़ में सीएनई सेल की शुरुआत, नर्सिंग स्टाफ को मिलेगा अत्याधुनिक प्रशिक्षण

01:12 PM Feb 20, 2025 IST
पीजीआई चंडीगढ़ में सीएनई सेल की शुरुआत  नर्सिंग स्टाफ को मिलेगा अत्याधुनिक प्रशिक्षण
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विवेक शर्मा

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चंडीगढ़, 20 फरवरी

मरीजों की देखभाल को और अधिक सशक्त बनाने के लिए पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ में कंटीन्यूइंग नर्सिंग एजुकेशन (CNE) सेल की स्थापना की गई। इस पहल का उद्देश्य नर्सिंग स्टाफ को नवीनतम चिकित्सा तकनीकों और प्रथाओं से अवगत कराना है, ताकि वे अपनी सेवाओं को और अधिक कुशलता से प्रदान कर सकें।

नर्सिंग शिक्षा में नया अध्याय

सीएनई सेल का उद्घाटन 18 फरवरी को एपीसी ऑडिटोरियम में हुआ, जहां मुख्य अतिथि प्रो. आर. के. राठौर (डीन, एकेडमिक्स) ने सतत् शिक्षा की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "स्वास्थ्य क्षेत्र में निरंतर सीखना आवश्यक है, ताकि मरीजों को उच्चस्तरीय देखभाल मिल सके।" इस मौके पर मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. विपिन कौशल विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।

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दो दिवसीय कार्यशाला में विशेषज्ञों ने साझा किए अनुभव

उद्घाटन के साथ ही 18-19 फरवरी को दो दिवसीय कार्यशाला का भी आयोजन किया गया, जिसमें विशेषज्ञों ने नर्सिंग स्टाफ को व्यावहारिक और सैद्धांतिक ज्ञान प्रदान किया।
प्रमुख वक्ताओं में शामिल रहे:

  • डॉ. नवनीत ढालीवाल (JMS)
  • प्रमुख नर्सिंग अधिकारी श्रीमती जसपाल कौर
  • डॉ. सुखपाल कौर (प्रिंसिपल, NINE)
  • श्रीमती नीना वीर सिंह
  • श्री संजीव कुमार धीमान (सीनियर एओएच)
  • श्रीमती मीनाक्षी व्यास
  • श्रीमती अचला अग्रवाल
  • श्री सुनील कुमार बिजारानिया
  • डॉ. रेखा नार

'डे-टू-डे चैलेंजेस' पर पैनल चर्चा

कार्यशाला के समापन सत्र में ‘डे-टू-डे चैलेंजेस’ विषय पर एक विशेष पैनल चर्चा हुई, जिसमें नर्सिंग स्टाफ ने अपने अनुभव साझा किए और कार्यस्थल पर आने वाली चुनौतियों का समाधान तलाशा।

इस कार्यक्रम में स्वागत भाषण प्रमुख नर्सिंग अधिकारी श्रीमती जसपाल कौर ने दिया, जिन्होंने नर्सिंग शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया। वहीं, श्रीमती रेखा रानी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।

नर्सिंग स्टाफ को मिलेगा आधुनिक चिकित्सा ज्ञान

सीएनई सेल के गठन से पीजीआई चंडीगढ़ का नर्सिंग कैडर अब अत्याधुनिक चिकित्सा तकनीकों से जुड़ेगा, जिससे उनकी कार्यकुशलता बढ़ेगी और मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। यह पहल नर्सिंग पेशे को और अधिक प्रभावशाली बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

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