Weather News: कई राज्यों में सुबह से जमकर बरस रहे मेघ, हिमाचल में 288 सड़कें अवरुद्ध
चंडीगढ़/शिमला, 11 अगस्त (भाषा/ट्रिन्यू)
Weather News: पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, हिमाचल सहित देश के कई राज्यों में रविवार को सुबह से ही बारिश हो रही है। इसके कारण कई जगह परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हिमाचल में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है और कई जगह बाढ़ जैसी स्थिति है। इससे 280 से अधिक सड़कें बंद रहीं।
रविवार को मोहाली, लुधियाना, अमृतसर, रूपनगर और अंबाला समेत कई स्थानों पर बारिश हुई। मौसम विज्ञान विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार, सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे के दौरान पठानकोट में 82 मिलीमीटर, गुरदासपुर में 68.8 मिमी और अमृतसर में 57.6 मिमी बारिश हुई। हरियाणा के अंबाला में इस अवधि के दौरान 83.8 मिमी, करनाल में 36.8 मिमी, सिरसा में 20 मिमी और हिसार में छह मिमी बारिश हुई। दोनों राज्यों की साझा राजधानी चंडीगढ़ में 28.8 मिमी. बारिश हुई।
हिमाचल के ऊना में उफान पर बह रहे नालों का पानी कई घरों में घुस गया है जबकि लाहौल और स्पीति पुलिस ने निवासियों तथा यात्रियों को अत्यधिक सावधानी बरतने और जाहलमान नाले का जल स्तर ‘‘तेजी से'' बढ़ने के कारण उसे पार न करने की सलाह दी है।
अधिकारियों ने बताया कि कुल्लू, मंडी और शिमला जिले में 31 जुलाई को अचानक आयी बाढ़ के बाद लापता हुए करीब 30 लोगों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान चलाया जा रहा है लेकिन अभी कोई बड़ी सफलताा हाथ नहीं लगी है। अभी तक 28 शव बरामद किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में 27 जून से नौ अगस्त के बीच बारिश से जुड़ी घटनाओं में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गयी है और राज्य को करीब 842 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा है। अधिकारियों ने बताया कि 288 सड़कें बंद हैं जिनमें से 138 सड़कें शुक्रवार और 150 शनिवार को बंद हुईं। राज्य आपात अभियान केंद्र के आंकड़ों के अनुसार, मंडी में 96 सड़कें, शिमला में 76 सड़कें, कुल्लू में 37, सिरमौर में 33, चंबा में 26, लाहौल और स्पीति में सात, हमीरपुर में पांच और कांगड़ा तथा किन्नौर में चार-चार सड़कें बंद रहीं।
पूह और कौरिक के बीच अचानक आयी बाढ़ और नेगुलसरिन के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग-5 पर भूस्खलन के बाद किन्नौर का राज्य की राजधानी शिमला से संपर्क टूट गया है। अधिकारियों ने बताया कि राज्य में 458 बिजली और 48 जल आपूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं।
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान कार्यालय ने रविवार को ‘ऑरेंज अलर्ट' जारी करते हुए पांच जिलों - बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कुल्लू, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन, सिरमौर और ऊना में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। उसने बताया कि गरज के साथ तूफान आने, बिजली गिरने और बारिश आने का पूर्वानुमान है।
मौसम कार्यालय ने चंबा, हमीरपुर, कुल्लू, मंडी, सिरमौर और शिमला जिलों के कुछ स्थानों में अचानक बाढ़ आने की भी चेतावनी दी है। उसने बताया कि तेज हवाओं के कारण पेड़-पौधों, फसलों, संवेदनशील ढांचों और ‘कच्चे' मकानों को नुकसान पहुंच सकता है और निचले इलाकों में जलभराव हो सकता है।
राजस्थान के करौली में मकान ढहा, पिता-पुत्र की मौत
राजस्थान के करौली जिले में रविवार तड़के भारी बारिश के कारण एक मकान ढह जाने से उसके मलबे में दबकर 40 वर्षीय एक व्यक्ति और उसके बेटे की मौत हो गई तथा दो अन्य लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि यह घटना शहर के डोलीखर मोहल्ले में उस समय हुई, जब परिवार के लोग अपने घर में सो रहे थे।
उन्होंने बताया कि भारी बारिश के कारण मकान ढहने उसके मलबे में दबकर दो लोगों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। करौली जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामकेश मीणा ने संवाददाताओं को बताया कि घटना में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए, जिनका अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। मीणा के अनुसार, मृतकों की पहचान जाकिर खान (40) और उसके बेटे राशिद खान (12) के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।
आंध्र प्रदेश में तुंगभद्रा बांध का द्वार टूटा, कृष्णा नदी के किनारे रह रहे लोगों को सतर्क रहने की सलाह
आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) ने तुंगभद्रा बांध का द्वार बह जाने के बाद कृष्णा नदी के किनारे रह रहे लोगों को रविवार को सतर्क रहने की सलाह जारी की। एपीएसडीएमए के प्रबंध निदेशक आर कुर्मानाध ने बताया कि चेन की एक कड़ी टूटने के कारण द्वार संख्या 19 पानी के बहाव में बह गया।
खबरों के अनुसार, यह हादसा होसपेट में शनिवार रात को हुआ। कुर्मानाध ने एक समाचार विज्ञप्ति में कहा, ‘‘बाढ़ का लगभग 35,000 क्यूसेक पानी बह गया और कुल 48,000 क्यूसेक पानी नीचे की ओर छोड़ा जाएगा। कुरनूल जिले के कोसिरी, मंत्रालयम, नंदावरम और कौथलम के लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।'' प्रबंध निदेशक ने कृष्णा नदी के तटों के पास रह रहे लोगों को नदी को पार न करने की सलाह भी दी।