जलवायु परिवर्तन और खाद्य पोषण सुरक्षा सबसे बड़ी चुनौती : सुरेश मल्होत्रा
करनाल, 21 सितंबर (हप्र)
सतत विकास के लिए बागवानी सहित जलवायु स्मार्ट कृषि (क्लाइमेट स्मार्ट हॉर्टिकल्चर) विषय पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय में शनिवार को प्रेरणा फाउंडेशन और एचटीएचएस मेरठ व एमएचयू करनाल के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया। अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता एमएचयू के कुलपति सुरेश मल्होत्रा ने की।
उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन और खाद्य पोषण सुरक्षा हमारे सामने विकास की सबसे बड़ी चुनौती हैं। बढ़ती जनसंख्या के लिए खाद्य एवं पोषण सुरक्षा अति आवश्यक है, जिसके लिए अधिक उत्पादन बढ़ाना बड़ी चुनौती है। सम्मेलन में हिसार एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. बीआर काम्बोज ने कहा कि अपने प्राकृतिक संसाधनों का समूचित रूप से प्रयोग करना चाहिए, वर्तमान में जलवायु परिवर्तन जैसी विकट समस्या से निपटना वैज्ञानिकों के लिए बहुत जरुरी हो गया हैं। ये सम्मलेन इस दिशा में कारगार साबित होगा। इस मौके पर मदरहुड यूनिवर्सिटी रुड़की के वीसी डॉ. नरेंद्र शर्मा, सरदार वल्लभभाई पटेल यूनिवर्सिटी के डीन डॉ. बिजेंद्र सिंह, एमएचयू के अनुसंधान निदेशक व डीन प्रो. रमेश गोयल मौजूद रहे। सम्मेलन में एमएचयू कुलपति माननीय डॉ सुरेश मल्होत्रा को डॉ नॉनीहॉल मेमोरियल अवार्ड 2024,एचयू के कुलपति डॉ बीआर काम्बोज को डॉ लीखीराम मेमोरियल अवार्ड 2024 ओर मदरहुड यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ नरेंद्र शर्मा को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड देकर सम्मानित किया गया। इसी तरह डॉ. रणधीर सिंह, डॉ. संगीता बंसल, डॉ. रत्नाराय, डॉ. विकास गुप्ता, डॉ. यशपाल, डॉ. हर्षा शर्मा, डॉ. अवधेश कुमार, डॉ. राजेंद्र कुमार, डॉ. महासिंह, डॉ. बनौट, डॉ. काम्बले, पलविंद्र सिंह ओर डॉ. राजेंद्र को सम्मानित किया गया।