पहरावर की जमीन गौड़ संस्था को मिलने का रास्ता साफ
मुख्य अंश
- चार की बजाय दो हिस्सों में मिलेगी जमीन, संस्था को देने होंगे लीज के पैसे
- निर्माण की अवधि में भी दी छूट, अब 5 साल तक कर सकते हैं निर्माण
रोहतक, 5 जुलाई (हप्र)
तमाम अड़चनों के बाद आखिरकार गौड़ ब्रह्मण विद्या प्रचारिणी सभा को पहरावर गांव में करीब 15 एकड़ जमीन मिलने का रास्ता साफ हो गया है। सरकार की तरफ से पहरावर गांव में गौड़ संस्था की जमीन के मामले का निदान निकालने को मंत्री कमल गुप्ता और मंत्री मूलचंद शर्मा की टीम बनायी गई थी। कई बैठकों के बाद मंगलवार को फाइनल मीटिंग हुई, जिसमें ब्राह्मण समाज की कमेटी के सदस्य पंडित सुरेश शर्मा, डा. जेपी गौड़, जितेन्द्र शर्मा, लोकमणि शर्मा, कुलदीप शर्मा, दयानंद कौशिक, नरेश गौड़, आजाद अत्री, सत्यनारायण कौशिक, ईश्वर शर्मा और अनिल शर्मा शामिल थे। उनकी मौजूदगी में सरकार के मंत्रियों और विभाग के उच्च अधिकारियों ने गौड़ संस्था की जमीन वापस करने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी। साथ ही जो डेवलपमेंट चार्ज करोड़ों में बन रहा था उसको सरकार ने माफ कर दिया है। अब सिर्फ लीज का किराया जो करीब 13 लाख रुपए बनता है वही जमा कराना होगा। अकेले समाज व संस्था पर इसका बोझ न पड़े और मामला भी हल हो जाए इसके लिए दोनों मंत्रियों ने संस्था को 11- 11 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों पंडित सुरेश शर्मा व जितेंद्र कंसाला ने बताया कि संस्था को दी गई पहरावर गांव की यह जमीन पहले चार हिस्सों में थी लेकिन अब कमेटी ने इसे दो हिस्सों में कर दिया है।
संस्था की जमीन के बीच में से जाने वाले एक रास्ते को मंत्रियों की कमेटी ने बंद कर दिया है जिससे अब यह जमीन दो हिस्सों में रह गई है और इस पर निर्माण करने में भी आसानी रहेगी। वहीं, कमेटी ने इस जमीन पर निर्माण के लिए गौड़ ब्राह्मण विद्या प्रचारिणी सभा को 5 वर्ष तक का समय दिया है, पहले इस जमीन पर 3 वर्ष तक निर्माण करना जरूरी था। दोनों पक्षों के बीच बनी सहमति की पूरी रिपोर्ट मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के पास पहुंचाई गई है, जिस पर फाइनल साइन होने हैं।