विधानसभा सत्र के आखिरी दिन कई मुद्दों पर भिड़ंत
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 19 नवंबर
हरियाणा विधानसभा का शीतकालीन सत्र मंगलवार को संपन्न हो गया। अब फरवरी के आखिरी या मार्च के पहले सप्ताह में अगला सत्र होगा। हालांकि इस बार के सत्र में बहुत अधिक हंगामा सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच नहीं हुआ, लेकिन पहले की तरह मंगलवार को भी दोनों पक्षों में कई मुद्दों पर टकराव जरूर देखने को मिला।
गरीबों के लिए 100-100 गज के प्लॉट की हुड्डा सरकार की योजना पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान उस समय हंगामा हो गया जब डबवाली विधायक आदित्य देवीलाल चौटाला ने एससी आरक्षण के वर्गीकरण के नायब सरकार के फैसले की प्रशंसा की। उन्होंने पूर्व की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने 2005 में वर्गीकरण को खत्म कर दिया था। अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हरियाणा की मौजूदा सरकार ने इसे फिर से लागू किया है।
आदित्य ने आरोप लगाए कि कांग्रेस ने एससी वर्ग के साथ धोखा किया। उनका पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के साथ उस समय विवाद हो गया जब उन्होंने पूर्व की सरकार में सीएलयू और किसानों की भूमि अधिग्रहण के नाम पर घोटाले करने के आरोप लगाए। हुड्डा ने पलटवार करते हुए कहा, “छाज तो बोलै, छालनी भी बोलै, जिसमें सौ छेद।” उन्होंने चौटाला सरकार के कथित घोटालों का जिक्र करते हुए आदित्य देवीलाल को घेरा। रोहतक विधायक बीबी बतरा ने कहा कि चौटाला सरकार के घोटालों की आठ रिपोर्ट विधानसभा में आ चुकी हैं।
हुड्डा ने हरियाणा में रोजगार की स्थिति पर उठाया सवाल : हुड्डा ने कहा कि 54.7 प्रतिशत शिक्षित युवा अन्य राज्यों में जाकर नौकरी कर रहे हैं, क्योंकि हरियाणा में उन्हें रोजगार नहीं मिल रहा। उन्होंने कहा कि ग्रुप-डी की नौकरी के लिए पीएचडीधारक लाइनों में लगे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार बैक डोर एंट्री बंद करे। साथ ही, एक्सटेंशन लेक्चरर को उस समय की व्यवस्था बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार की 10 वर्ष की गलतियों को भाजपा सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में सुधारा है। आगे भी गलतियों को सुधार रहे हैं।
एक्सटेंशन लेक्चरर की नियुक्ति को लेकर हंगामा
जब शिक्षा मंत्री महीपाल सिंह ढांडा ने कॉलेजों के एक्सटेंशन व गेस्ट लेक्चरर के रोजगार की गारंटी से जुड़ा विधेयक सदन में पेश किया, तो हुड्डा और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के बीच नोक-झोंक हुई। कांग्रेस विधायक कह रहे थे कि प्राध्यापकों की नियुक्ति में न तो मेरिट का ख्याल रखा और न ही नियमानुसार भर्ती हुई। बीबी बतरा, गीता भुक्कल तथा अफताब अहमद ने कहा कि सरकार पक्की भर्तियां करे। कॉलेजों में पद खाली पड़े हैं। इस पर भाजपा विधायकों ने हंगामा करते हुए कहा कि गेस्ट व एक्सटेंशन लेक्चरर की भर्ती तो कांग्रेस कार्यकाल में ही हुई थी। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा, “एक्सटेंशन लेक्चरर 15-20 साल से लगे हैं। हमने किसी को हटाया नहीं है।” इस पर हुड्डा ने कहा, “हमने भी तो किसी को नहीं हटाया था। हमने तो जिस भर्ती की वजह से ओमप्रकाश चौटाला को जेल हुई, उन्हें भी नहीं हटाया।” हुड्डा ने कहा, “हम किसी को निकालने वाले नहीं, बल्कि लगाने वाले हैं।”
एससी आरक्षण के वर्गीकरण पर कृष्ण बेदी व गीता भुक्क ल में बहस
एससी आरक्षण के वर्गीकरण के मुद्दे पर आदित्य देवीलाल ने जब पूर्व शिक्षा मंत्री व झज्जर विधायक गीता भुक्कल को निशाने पर लिया, तो उनके बीच भी टकराव हुआ। गीता भुक्कल की पढ़ाई को लेकर भी बात आई, तो भुक्कल ने कहा, “अगर मैं पढ़ी-लिखी हूं तो उससे इन लोगों को क्या दिक्कत है।” कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने मोर्चाबंदी करते हुए कांग्रेस को घेरा। उनकी भी भुक्कल के साथ कहासुनी हुई। आखिर में डिप्टी स्पीकर कृष्ण मिड्ढा ने बेदी को कहा, “अगर आप भी ऐसा व्यवहार करेंगे तो नए सदस्यों से क्या उम्मीद करेंगे?” उन्हें सीट पर बैठने को कहा गया।