सिविल अस्पताल राजपुरा ने निकाली सरकार के बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के दावों की हवा
अशोक प्रेमी/निस
राजपुरा, 9 जुलाई
पंजाब सरकार की ओर से सरकारी अस्पतालों और मोहल्ला क्लीनिकों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के भले ही बड़े-बड़े दावे किये जा रहे हैं, लेकिन डाक्टरों व अन्य स्टाफ की कमी से जूझ रहे सिविल अस्पतालों में लोगों को पर्ची तक बनवाने के लिये दो-दो घंटे लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है। वहीं लोगों का आरोप है कि अस्पताल में सिफारिशी लोगों की पर्ची तुरंत बना दी जाती है जबकि बुजुर्गों व बच्चों के साथ आई महिलाओं को पर्ची के लिए दो-दो घंटे लाइन में खड़ा रहना पड़ता है।
इस संबंध में सिविल अस्पताल राजपुरा में मौजूद करनैल सिंह चक्क खुर्द व परमिंदर कौर ने बताया कि वे लगभग दो घंटे से लाइन में बच्चों को लेकर खड़े हैं। अस्पताल के कर्मचारी सिफारिशी लोगों को अंदर से ही पर्ची बना कर दे रहे हैं लेकिन उन्हें घंटों इंतजार करवाया जा रहा है। सरकार की ओर से मोहल्ला क्लीनिक में भी सुविधाएं देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनके इलाके मेें कोई मोहल्ला क्लीनिक नहीं है, होती तो वे यहां क्यों आते। इस संबंध में एसएमओ डाॅ. बिधि चंद ने बताया कि सिविल अस्पताल में दवाओं की कोई कमी नहीं है। हर प्रकार के टेस्ट किये जा रहे हैं, एमरजेंसी भी पूरी तरह चल रही है, लेकिन डाॅक्टरों व अन्य कुछ स्टाफ की कमी जरूर है, खासकर मेडिसन के डाॅक्टर की। इसके बारे में उच्चाधिकारियों को लिखकर भेजा गया है। अंदर से सिफारिशी पर्चियां जारी करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है, इस समय तीन कम्प्यूटर आॅप्रेटर काम कर रहे हैं, अन्य दो आॅप्रेटर की सरकार से मंजूरी आते ही पर्चियों की समस्या भी दूर
हो जायेगी।