City of Vegetarian : दुनिया में इकलौता शहर, जहां कोई नहीं खाता नॉनवेज
चंडीगढ़, 14 फरवरी (ट्रिन्यू)
हिंदू धर्म में मांस के लिए जानवरों की हत्या को पाप माना गया है। हालांकि, सिर्फ विदेश ही नहीं बल्कि भारत में ऐसे कई लोग हैं जो नॉनवेज खाना पसंद करते हैं। भारत के लगभग हर देश में नॉनवेज फूड खूब पसंद किया जाता है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे शहर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां नॉनवेज बैन किया गया है।
यहां कोई नहीं खाता नॉनवेज
हम बात कर रहे हैं गुजरात के भावनगर में स्थित पालिताना शहर की। यहां नॉनवेज बैन है। यहीं नहीं, इस शहर में जानवरों की हत्या, मांस की बिक्री और खपत करने को अपराध माना जाता है। यहां तक कि शहर में अंडे की बिक्री पर भी पाबंधी है। अगर कोई व्यक्ति इस नियम को तोड़ना है तो उसे सख्त सजा दी जाती है।
200 जैन भिक्षुओं ने की थी हड़ताल
बता दें कि लगभग 200 जैन भिक्षुओं ने जानवरों की हत्या ना करने के लिए विरोध प्रदर्शन शुरु कर दिया था, जिसके बाद सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए यह एक्शन लिया। इसके बाद शहर में लगभग 250 कसाई की दुकानों को बंद कर दिया गया।
नॉनवेज बैन करने का क्या था कारण
जैन भिक्षुओं के अलावा अन्य ने भी नॉनवेज खाने से मनाही की। उन्होंने कहा कि मांस को देखना परेशान करने वाला था। इससे बच्चों पर भी नकारात्मक असर पड़ता है। पालिताना को मांसाहारी भोजन पर प्रतिबंध लगाने वाले पहले शहर के रूप में मान्यता प्राप्त है।
इन शहरों में भी लागू है नियम
पालिताना के बाद राजकोट, वडोदरा, जूनागढ़ और अहमदाबाद सहित कई शहरों में नॉनवेज बैन करने के आदेश जारी किए। लोगों की भावनाओं को देखते हुए सरकार गुजरात के कई शहरों में जानवरों की हत्या वनॉनवेज बंद करने के प्रयास कर रही है।
पालिताना है जैन तीर्श स्थल
बता दें कि पालिताना शहर जैनियों के लिए सबसे पवित्र तीर्थ स्थल है। इसे "जैन मंदिर शहर" भी कहा जाता है। शत्रुंजय पहाड़ियों के आसपास स्थित यह शहर 800 से ज्यादा मंदिरों का घर है। भारत का सबसे प्रसिद्ध आदिनाथ मंदिर इसी शहर में स्थित है, जहां हर साल हजारों भक्तों और पर्यटकों आते हैं। इसी वजह से इस शहर का आध्यात्मिक महत्व और भी बढ़ जाता हैं।
डिस्केलमनर: यह लेख/खबर धार्मिक व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribneonline.com इस तरह की बात की पुष्टि नहीं करता है।