परियोजना की सुरक्षा का जिम्मा सीआईएसएफ ने संभाला
नयी दिल्ली (एजेंसी) : केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने रविवार को हिमाचल प्रदेश में ब्यास-सतलुज लिंक परियोजना की सुरक्षा का जिम्मा संभाल लिया है। इस परियोजना में 235 जवान तैनात किए गए हैं। सीआईएसएफ ने यह जानकारी दी। राज्य के मंडी जिले के सुंदर नगर में एक समारोह आयोजित किया गया, जिसमें अर्द्धसैनिक बल सीआईएसएफ और भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। यह जलाशय उत्तर भारत के सबसे बड़े और ‘सबसे महत्वपूर्ण’ जलाशयों में से एक है, जो लाखों लोगों को सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण और पीने का पानी उपलब्ध कराता है। सीआईएसएफ ने एक बयान में कहा, ‘‘यह परियोजना बिजली ग्रिड में महत्वपूर्ण योगदान देती है और देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अपने महत्व के कारण, बीएसएल परियोजना संवेदनशील है और उसे राष्ट्र-विरोधी तत्वों एवं उग्रवादियों से खतरा है, जो एक मजबूत सुरक्षा ढांचे की आवश्यकता को रेखांकित करता है।’’ अब तक इस परियोजना की सुरक्षा स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही थी। ब्यास-सतलुज लिंक परियोजना दो सुरंगों और एक खुले चैनल के माध्यम से ब्यास नदी के पानी को सतलुज नदी में मोड़कर क्षेत्र में जल संसाधनों के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।