चॉकलेट और ऐतिहासिक धरोहर मिलकर बनाते हैं अनोखी पहचान
यूरोप का एक अद्भुत देश, जहां हर कोने में इतिहास और संस्कृति की झलक मिलती है। यहां के शहर ब्रसेल्स, एंटवर्प और गेंट अपनी ऐतिहासिक धरोहर, प्रसिद्ध बीयर और चॉकलेट के लिए मशहूर हैं। यह देश न केवल अपनी खूबसूरत गलियों और स्थापत्य कला के लिए आकर्षक है, बल्कि स्वादिष्ट वॉफल्स और फ्राइज का भी घर है, जो किसी भी यात्रा को खास बना देते हैं।
अमिताभ स.
दुनिया की नामी बीयर, चॉकलेट, आसमान छूते गिरिजाघर, हीरे, क्रिस्टल क्लीयर नहरें, रौनक भरे स्क्वेयर और पत्थरदार गलियां बेल्जियम की खासियतों में शुमार हैं। बेल्जियम की राजधानी बेशक ब्रसेल्स है, लेकिन एंटवर्प, बुर्ज और गेंट नाम के 3 शहर मिलाकर उभरती है बेल्जियम की फ्लैंडर्स सिटीज की तिगड़ी। तीनों एक-दूसरे से ज्यादा दूर भी नहीं हैं- महज 40-40 मिनट की ट्रेन दूर पर हैं। हर शहर अपना अलग चरित्र और कशिश समेटे है। फ्लैंडर्स सिटीज में घूमने-फिरने की सुविधा के लिए डी लिज्न लोकल ट्रांसपोर्ट मुहैया करता है। करीब 6 यूरो (575 रुपये) का डे-ट्रेवल कार्ड लीजिए और बस, ट्राम या मेट्रो में बेरोक-टोक घूम-फिर सकते हैं। फिर भी, फ्लैंडर्स सिटीज में आने-जाने के लिए ट्रेन सबसे बेहतर है।
सभी शहरों का आकर्षण टाउन स्क्वेयर के इर्द-गिर्द फैले दायरे तक ही सीमित है। मज़े-मज़े पैदल ही टहलते-टहलते लुत्फ उठा सकते हैं। शहरों की बनावट ही ऐसी है कि हर किसी को पैदल और साइकिल पर घूमना-फिरना ज़्यादा आरामदेह लगता है। वहां टहलते हुए, भारतीयों को लगता है कि हमारे देश में ऐसे पैदल चलने को प्रोत्साहिक करने वाले शहर क्यों नहीं बनाए गए। यूरोपीय देशों के तरह बेल्जियम में साफ़-सफ़ाई देखकर आंखें चकाचौंध हो जाती हैं। लोग और प्रशासन भी सफ़ाई के मामले में अपनी पूरी ज़िम्मेदारी निभाते हैं।फ्लैंडर्स सिटीज का जलवा
ब्रसेल्स समेत फ्लैंडर्स सिटीज दिलकश जलवा पेश करती हैं। ब्रसेल्स के बड़े आकर्षण में सिटी स्क्वेयर है, और सिटी स्क्वेयर के बीचोंबीच टाउन हॉल 14वीं सदी की भव्य इमारत की शोभा आज भी देखने लायक़ है। इमारत की भव्यता और चकाचौंध दंग कर देती है। यही नहीं, एटम, ग्रैंड प्लेस, बूरेन म्यूजियम, मोंटडेस आर्ट म्यूजियम, रॉयल पैलेस, स्टॉक एक्सचेंज बिल्डिंग, पैलेस ऑफ जस्टिस वगैरह भी पर्यटक दिलचस्पी से देखते हैं, या देखना चाहते हैं।
सू-सू करती बच्चे की प्रतिमा ‘मेनिकन पिस’ तो लैंडमार्क है। इससे जुड़ी कई कही-सुनी बातें, किस्से और कहानियां प्रचलित हैं। बेल्जियम का दूसरा बड़ा शहर एंटवर्प दुनिया के सबसे बड़े हीरा उद्योग का केंद्र है। इसे यूरोप का दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह होने का रुतबा भी हासिल है। उधर बुर्ज को इटली के वेनिस का मिनीएचर रूप कह सकते हैं। सड़कों से ज्यादा दरिया और पुल हैं। खूबसूरती ऐसी कि देखते रह जाते हैं। बुर्ज यूरोप के चुनींदा पुराने शहरों में से एक है। छोटा-सा है और एक दिन के डे-टूर के लिए बेस्ट है। मध्यकालीन वास्तुकला, स्वादिष्ट खाना-पानी और म्यूजियमों के शहर के तौर पर पहचाना जाता है। यूं भी, बेल्जियम आए पर्यटक बुर्ज की सैर को सबसे ऊपर रखते हैं। ग्रोट मार्केट स्क्वेयर तो खूब रौनकी जगह है। यहां के तमाम कैफे-रेस्टोरेंट खासे महंगे हैं।
बेल्जियम का एक और आकर्षक शहर है गेंट। यह यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों में शामिल है। इसे रोमांस का शहर भी कहते हैं क्योंकि हरदम जोड़ों का जमघट रहता है। हवा में ही रोमांस तैरता है। गेंट के बीचोंबीच लेई नदी बहती है। इसके साथ-साथ पैदल चलिए या बोटिंग का लुत्फ उठाइए, शर्तिया आनंद आ जाता है। सेंट माइकल पुल के ऊपर से गुजरकर ही शानदार अनुभव किया जा सकता है। ओल्ड टॉवर, सेंट बावोकैथेड्रल ऑफ द काउंटी वगैरह भी खासमखास आकर्षण हैं। गेंट की प्राचीन इमारतों के साथ-साथ नाइट लाइफ कम रोमांचित नहीं करती।
बीयर, वॉफल और फास्ट-फूड
बेल्जियम बीयर पीने वालों का मनपसंद देश है। दुनियाभर की नामी-गिरामी बीयर तो मिलती ही हैं। ड्रवेल, चिमेय, लैफे, जूपिलर, डेलिरियम, ला चॉइस, बुर्ज ट्रिपल वगैरह बेल्जियम की अपनी विश्व प्रसिद्ध बीयर हैं। ‘बीरा’ तो नम्बर वन है ही। लेडीज स्पेशल बीयर ’क्रीक’ भी खूब पी जाती है, शायद बेल्जियम के बाहर कहीं नहीं मिलती। एक और खास बात है कि हर बीयर के लिए अपना अलग शेप का गिलास है, और हर बीयर केवल उसी गिलास में सर्व और पी की जाती है।
फ्रेंच फ्राइज की तरह बेल्जियम फ्राइज भी कम चाव से नहीं खाए जाते। हैं आलू के चिप्स ही, लेकिन फ्रेंच फ्राइज से थोड़े मोटे हैं। और हां, ‘गुडिवा’ ठेठ बेल्जियम की चॉकलेट है। वॉफल तो है ही बेल्जियम की स्वीट डिश। मैदे में चीनी, दूध, बटर ऑयल और वनीला या चॉकलेट पाउडर के गाढ़े घोल को वॉफल मैकर में डाल कर मिनटों में लाइव बनाते हैं। आमतौर पर, गर्म वॉफल पर नट्स, न्यूट्रेला, चोकोचिप, मैपल, जेम्स वगैरह की टॉपिंग कर आइसक्रीम के स्कूप के साथ पेश करते हैं। बेल्जियम के शहर-शहर में ओपन बार और कैफ़ेटेरिया की बहार है। स्ट्रीट साइड पर कहीं भी बैठ कर मजे-मजे खा-पी सकते हैं। कीमत ज्यादातर सभी में एक जैसी है। फिर भी, किफायती फास्ट फूड के लिए ‘क्विक’ लोकल बर्गर फूड आउटलेट शृंखला है, तो ‘पेनोज’ लोकल बेकरी की। ‘रिले’ डिपार्टमेंट स्टोर्स की शृंखला मशहूर है। गेंट स्क्वेयर के नजदीक ‘मोका बॉन’ में बेल्जियम की वन ऑफ द बेस्ट कॉफ़ी की चुस्कियां भर सकते हैं। बुर्ज में ‘माउंट गोरखा’ और एंटवर्प में ‘ओनली कबाब’ रेस्टोरेंट्स के फ्रेश कुक नॉन वेज की की धूम रहती है।
इसलिए खास है
यूरोप के उत्तर-पश्चिम-वेस्ट में बसा है बेल्जियम। इसे ‘किंगडम ऑफ बेल्जियम’ भी कहते हैं।
वर्ष 1830-31 में बेल्जियन क्रांति के बाद बेल्जियम नीदरलैंड से आज़ाद हुआ था। और किंगडम ऑफ़ बेल्जियम बन गया। तभी से ब्रसेल्स को राजधानी का दर्जा मिलता है।
बेल्जियम के राजा का निवास रॉयल पैलेस है। यह लंदन के बकिंघम पैलेस से 50 फीसदी बड़ा है। करेंसी यूरो है। आजकल एक यूरो क़रीब 90 रुपये का है।
बोलचाल व कामकाज की भाषाएं डच, फ्रेंच और जर्मन हैं। लोकल निवासी अपनी फ्लैंडिश भाषा भी इस्तेमाल करते हैं।
बेल्जियम की फ़ुटबॉल यानी सॉकर टीम फीफा रैंकिंग में नम्बर वन पर है।
बेल्जियम नीदरलैंड, लक्जमबर्ग और फ्रांस से घिरा है। राजधानी ब्रसेल्स है और इसे यूरोप का दिल कह सकते हैं। बेल्जियम से पड़ोसी देशों में आना-जाना ‘फ्लिक्स’ नाम की बस सर्विस से सबसे सुविधाजनक और किफायती रहता है।
यूरोप का पहला कसीनो साल 1763 में बेल्जियम में ही चालू हुआ था। दुनिया के अस्सी फीसदी बिलियर्ड खिलाड़ी बेल्जियम में बनी गेंदों से खेलते हैं।
बेल्जियम में हर साल 2,20,000 टन चॉकलेट का उत्पादन होता है। दूसरे शब्दों में कहें, तो वहां प्रति व्यक्ति करीब 22 किलो चॉकलेट बनती है। ब्रसेल्स का एयरपोर्ट दुनिया के सबसे बड़े चॉकलेट बिक्री केन्द्र के तौर पर जाना जाता है।
बेल्जियम की ट्राम दुनिया की सबसे लम्बी है। फ्रेंच और डच सरहद को छूती ट्राम की लम्बाई 68 किलोमीटर है। इसका श्रीगणेश साल 1885 में हुआ था।
कितने घंटे दूर
उड़ान से दिल्ली से ब्रसेल्स पहुंचने में 8 से 10 घंटे लगते हैं। दिल्ली से ब्रसेल्स सीधी उड़ान नहीं है। इसलिए तमाम एयरलांइस की उड़ाने पहुंचाने में अलग-अलग समय लेती हैं। कुछ वाया एमस्टर्डम, तो कुछ वाया फ्रेंकफर्ट आती-जाती हैं।