चीन : दूरसंचार घोटालों में शामिल 4 लोगों को उम्रकैद
बीजिंग, 24 फरवरी (एजेंसी)
म्यांमा के घोटाला केंद्रों में स्थानीय लोगों व विदेशियों को काम करने के लिए प्रलोभन देने में जुटे गिरोहों पर कार्रवाई करते हुए चीन की एक अदालत ने सोमवार को सीमापार दूरसंचार धोखाधड़ी मामलों में शामिल 4 लोगों को उम्रकैद की सजा सुनायी। सुप्रीम पीपुल्स कोर्ट (एसपीसी) ने कहा कि चारों आरोपी दूरसंचार धोखाधड़ी संगठन बनाने के लिए चीन से चले गए थे, जिनमें से यू उपनाम वाले एक व्यक्ति ने कई लोगों को विदेश जाने के लिए एकजुट किया। एसपीसी ने हाल में चीनी अदालतों द्वारा निपटाए मामलों का विवरण जारी करते हुए कहा कि एक अन्य मामले में आरोपी यांग को उसी अपराध में दोबारा शामिल होने के लिए कड़ी सजा सुनायी गयी। उसे पहले भी दूरसंचार धोखाधड़ी में शामिल होने के लिए दोषी ठहराया गया था। एक अन्य मामले में पाया गया कि 2 अभियुक्तों ने दूरसंचार घोटालों के लिए नाबालिगों की भर्ती की। एसपीसी ने कहा कि अभियुक्तों पर कठोर दंड लगाने के साथ-साथ अदालतों ने अपराधियों को धोखाधड़ी से प्राप्त धन वापस करने का आदेश दिया तथा पीड़ितों को आश्वासन दिया कि उन्हें जब्त धन वापस दिलाया जाएगा। इस महीने की शुरूआत में भारत समेत 20 देशों के सैकड़ों लोगों को एक जातीय सशस्त्र समूह द्वारा रिहा कर दिया गया और थाईलैंड भेज दिया गया। इन लोगों से म्यांमा राज्य में दूरसंचार धोखाधड़ी केंद्रों में जबरन काम कराया गया था। ये समूह विदेशी श्रमिकों को अच्छे वेतन का लालच देकर घोटाला केन्द्रों में काम करने के लिए प्रेरित करते थे या कुछ मामलों में उन्हें ये कहकर धोखा देते थे कि वे म्यांमा में नहीं, बल्कि थाईलैंड में अलग काम करेंगे। घोटालेबाजों ने साइबर धोखाधड़ी के लिए अंग्रेजी और चीनी में कुशल श्रमिकों की भर्ती की। भारत एवं कई अन्य देशों में बैंकिंग धोखाधड़ी की।