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एक्टिविटीज़ से मिले नन्हों को नयी सीख भी

08:13 AM Dec 12, 2023 IST

निधि गोयल

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दुनिया में सबसे कठिन कामों में से एक है बच्चे की देखरेख करना! अकसर आपने देखा होगा कि बच्चे बड़ी जल्दी बोर हो जाते हैं और मदर्स को परेशान करते दिखते हैं। वैसे तो स्कूल जाते समय बच्चों के पास समय कम होता है लेकिन फिर भी वे थोड़ा रिलेक्स होना चाहते हैं। ऐसे में उनका टाइम पास करने के कुछ आइडियाज़ हम आपको दे रहे हैं। आप इन्हें अपना सकती हैं-

कलरिंग शीट्स

ज्यादातर बच्चों को कलर करने का बेहद शौक होता है। आप इंटरनेट के जरिये उनकी मनपसंद शीट्स निकाल सकती हैं जिसमें आपको ढेरों कार्टून्स,फीगर्स,सीनरी आदि ऐसी बहुत सी चीजें मिल जाएंगी जो आप निकाल सकती हैं। बच्चों को काफी मजा आता है अलग तरह की फीगर्स या अपने मनपसंद कार्टून्स पर कलर करने में। लाभ- सबसे बड़ी बात यह है इसके जरिये बच्चों को डिफरेंट तरह की पिक्चर्स पर कलर करना आएगा। साथ ही उसका अच्छा टाइम पास होगा। हां, यदि आप उनकी कलरिंग या पेंटिंग को देखकर तारीफ करेंगी तो वे प्रोत्साहित होंगे।

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डिस्कवरी चैनल्स

हर अभिभावक चाहता है कि उसके बच्चे में हर तरह की क्वालिटी हो। कुछ बातों का यदि ध्यान रखा जाए तो बच्चा खेल-खेल में बहुत कुछ सीख सकता है। यदि वह टीवी देखना पसंद करता है तो आप डिस्कवरी जैसे चैनल्स लगा सकती हैं जिसमें जानवरों से सम्बन्धित बहुत से प्रोग्राम आते हैं जिन्हें देखने में बच्चे रुचि लेते हैं व उनको नॉलेज भी मिलती है। लाभ-इन चैनलों को जरिये बच्चा बहुत सीखता है, प्रकृति से जुड़ता है। साथ ही उसका टाइम भी आसानी से पास हो जाता है।

ब्लॉक्स जोड़ना

बच्चे को व्यस्त रखने का अच्छा तरीका है कि आप उसे लीगो बॉक्स दे दें और उससे कई प्रकार की डिजाइन तैयार करने को कहें। ऐसा करके उसे मजा आएगा। आप घर पर डिफरेंट तरह के ब्लॉक ला कर रख लें जिससे उसे खेलने में और भी आनंद आएगा। मार्केट में बहुत सी तरह के ब्लॉक अवलेबल हैं। फायदे-ब्लॉक्स बनाना एक साधारण गेम नहीं है। इसका मनोवैज्ञानिक महत्व है। इसके जरिये बच्चे का मानसिक विकास होता है।

रोचक किताबें

बच्चों को वैसे तो पुस्तकों का कम ही शौक होता है लेकिन यदि वे स्टोरी बुक्स हैं तो उनका ध्यान जरूर उस पर जाता है। हां, यदि उनके फेवरेट करैक्टर्स उसमें हो तो वे उन्हें पढ़ने के लिए उत्सुक होते हैं। फायदे-बुक्स चाहे कार्टूंस पर आधारित हों लेकिन इनके जरिये बच्चे को बहुत से शब्दों का ज्ञान होता है। साथ ही वह रीडिंग करना सीखता है। यदि बच्चा अभी रीडिंग करना सीख रहा है तो आप उसे पढ़कर बता सकती हैं।

कार्टून

इससे बेहतर और उपयोगी तरीका कोई नहीं होता। आप बच्चे की पसंद का कार्टून चैनल लगा दें और उसे देखने दें। चाहें तो कम्प्यूटर पर कोई कार्टून मूवी भी दिखा सकते हैं। पर जरूरी है कि टीवी देखने का टाइम बांध दें। बेनेफिट-आज बहुत से कार्टून ऐसे आ रहे हैं जिनसे बच्चा कुछ सीखता ही है। साथ ही उसका मनोरंजन भी होता रहता है।

पार्क और प्लेग्राउंड

अगर घर में बच्चा ज्यादा परेशान कर रहा हो, तो उसे पास के पार्क या प्लेग्राउंड में ले जाएं और खिलाएं। पार्क में खेलने वाले और बच्चों में उसे शामिल कर दें। आप चाहें तो खुद भी बच्चे के साथ खेल सकती हैं। लाभ-पार्क में यदि बच्चा जाता है तो उसका शारीरिक विकास होता है। साथ ही वहां दोस्तों से मिलता है, नये दोस्त बन सकते हैं। तो वह मिलनसार बनता है।

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