उत्तराखंड और दिल्ली के मुख्यमंत्रियों ने 'नारी शक्ति' संबंधी कार्यक्रमों पर की चर्चा
नयी दिल्ली : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने 'नारी शक्ति' संबंधी सरकारी कार्यक्रमों की चर्चा की। दोनों मुख्यमंत्रियों ने जहां महिला सशक्तीकरण पर जोर दिया वहीं, इस संबंध में चलाई जा रही योजनाओं के बारे में भी बताया। मौका था अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय राजधानी स्थित इंदिरा गांधी स्टेडियम में हुआ। असल में एडीएसईआई और सीएआईटी द्वारा डायरेक्ट सेलिंग– विमेन एंटरप्रेन्योर्स समिट 2025 का आयोजन किया गया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 'नारी शक्ति' पर विशेष जोर देते हुए कहा कि आज की नारी हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने महिला सुरक्षा और सशक्तीकरण के लिए अपनी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का जिक्र किया। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा महिलाओं के हित में चलाई जा रही योजनाओं की भी जानकारी दी। धामी ने कहा कि सरकार महिलाओं के उत्थान और उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत है, ताकि वे हर क्षेत्र में आगे बढ़ सकें और आत्मनिर्भर बनें। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा की उत्तराखंड सरकार डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री की बेहतरी के लिए कार्य करेगी।
इस अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि डायरेक्ट सेलिंग एक ऐसा क्षेत्र है, जो भारत जैसी पृष्ठभूमि में महिलाओं के लिए एक बहुत बड़ा अवसर लेकर आया है। महिलाओं को दोहरी भूमिकाएं निभानी होती हैं, और हममें वह ताकत है कि हम वह सब कर सकते हैं, जो कोई और नहीं कर सकता। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि डायरेक्ट सेलिंग की शक्ति अपार है। भारत में इसकी क्षमता 2 लाख करोड़ रुपये तक हो सकती है, लेकिन फिलहाल हम सिर्फ 25 हजार करोड़ तक ही पहुंचे हैं। अगले 10 वर्षों में हम इसे 2 लाख करोड़ रुपये तक ले जाने का लक्ष्य रखते हैं। एडीएसईआई प्रेजिडेंट संजीव कुमार ने कहा की डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री से जुड़कर महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है.उन्होंने कहा कि इस बार हम 13 हजार महिलाओं के साथ महिला दिवस मना रहे हैं, और अगले साल इसे 50 हजार महिलाओं के साथ मनाएंगे। उन्होंने उम्मीद जतायी कि आने वाले 10 वर्षों में भारत डायरेक्ट सेलिंग के क्षेत्र में दुनिया में नंबर 1 स्थान हासिल करेगा। सीएआईटी के जनरल सेकरेट्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा की बड़ी संख्या में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाएं डायरेक्ट सेलिंग से जुड़ी हैं जिन्होंने इस क्षेत्र में काम करते हुए अपने परिवार को आर्थिक सम्बल देने का सफल प्रयास किया है। सीएआईटी और एडीएसआईसी मिलकर महिलाओं को आर्थिक और समाजिक मज़बूती प्रदान करने का कार्य कर रही है।
समिट दौरान डायरेक्ट सेलिंग अवॉर्ड्स का भी आयोजन किया गया, जिसमें नम्रता जादव, मोनिका पाण्डेय, ज्योति यादव, सोनम त्यागी , रत्ना संगोलकर और सोनाली कुमारी को 'डायरेक्ट सेलिंग वूमेन आइकन ऑफ द ईयर' का सम्मान दिया गया।