मुख्यमंत्री सुक्खू ने बुलायी सर्वदलीय बैठक
शिमला, 13 सितंबर(हप्र)
राजधानी शिमला के उपनगर संजौली में अवैध मस्जिद विवाद से उपजी चिंगारी के और भड़कने तथा इसके पूरे देश में फैल जाने से राज्य की सुक्खू सरकार के हाथ-पैर फूल गए हैं। अवैध मस्जिद विवाद के लगभग एक हफ्ते बाद आज मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सर्वदलीय बैठक बुलाई और आक्रोश की चिंगारी को शांत करने के लिए प्रदेशवासियों से सौहार्द की अपील की। सुक्खू की अध्यक्षता में हुई बैठक में कांग्रेस की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, भाजपा की ओर से विधायक रणधीर शर्मा, माकपा की तरफ से पूर्व विधायक राकेश सिंघा, शिमला के पूर्व मेयर संजय चौहान, सीपीआई के पूर्व विधायक केके कौशल, आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष सुरजीत ठाकुर, शिमला के विधायक हरीश जनारथा सहित अन्य प्रतिनिधि मौजूद रहे। इसके अलावा मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, डीजीपी अतुल वर्मा समेत कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। बैठक में सर्व सहमति से प्रदेश में सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखने और स्ट्रीट वेंडर पॉलिसी बनाने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया। पारित प्रस्ताव के मुताबिक तहबाजारी की समस्या से निपटने के लिए विधानसभा अध्यक्ष से एक संयुक्त समिति का गठन करने को कहा जाएगा। यह समिति प्रदेश के बाहर से आने वाले लोगों के लिए स्ट्रीट वेंडर पॉलिसी बनाएगी।
बैठक के बाद मुख्यमंत्री सुक्खू ने सर्वदलीय बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि प्रदेश में सौहार्दपूर्ण माहौल बना रहे, इसके लिए सर्वदलीय बैठक में सहमति बनी है। उन्होंने कहा कि बाहरी राज्यों से हिमाचल आने वाले व्यक्ति की वेरिफिकेशन और स्ट्रीट वेंडर पॉलिसी बनाने को लेकर एक संयुक्त समिति का गठन किया जाएगा ताकि भविष्य में इस तरह की समस्या फिर से उत्पन्न न हो।
अवैध मस्जिद पर सरकार तुरंत करे कार्रवाई : रणधीर
भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि प्रदेश में सौहार्दपूर्ण माहौल और भाईचारे को बनाए रखने के लिए भाजपा, सरकार के साथ है, लेकिन अगर मस्जिद अवैध है तो सरकार को इसमें तुरंत कार्रवाई अमल में लानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब मस्जिद कमेटी ने भी माना है कि अवैध मस्जिद को सीज या गिराया जाए। ऐसे में अब सरकार कानूनी सलाह लेकर जल्द निर्णय ले ताकि माहौल और ज्यादा खराब न हो। वहीं सीपीआईएम नेता राकेश सिंघा ने कहा कि प्रदेश में शांति और भाईचारा कायम करने के लिए सीपीआईएम, सरकार के साथ है। उन्होंने कहा कि विवाद को खत्म करना चाहिए और सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश नहीं होनी चाहिए। इस तरह के माहौल से प्रदेश की पर्यटन आर्थिकी और प्रदेश की छवि पर बुरा असर पड़ता है।