चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव और डाॅ. स्वामीनाथन को भारत रत्न
नयी दिल्ली, 9 फरवरी (एजेंसी)
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और मशहूर वैज्ञानिक व देश में हरित क्रांति के जनक डॉ. एमएस स्वामीनाथन को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ (मरणोपरांत) से सम्मानित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को खुद ‘एक्स’ पर पोस्ट के जरिए यह घोषणा करते हुए तीनों के योगदान की सराहना की। इस साल अब तक पांच लोगों को भारत रत्न देने की घोषणा हुई है, जो कि अब तक की सर्वाधिक संख्या है। चुनावी साल और प्रस्तावित किसान आंदोलन से पहले मोदी ने ये बड़े ऐलान किए। इन तीन नामों के ऐलान के कुछ दिनों पहले ही सरकार ने जननायक कर्पूरी ठाकुर और पूर्व उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी के लिए भारत रत्न की घोषणा की थी। इससे पहले वर्ष 1999 में एक बार में चार लोगों को भारत रत्न दिया गया था। इसके साथ ही अब तक दिए गए भारत रत्नों की संख्या 53 हो गई है।
पीएम मोदी ने एक पोस्ट में कहा, ‘हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हों या देश के गृहमंत्री और यहां तक कि एक विधायक के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की। वे आपातकाल के विरोध में भी डटकर खड़े रहे।’ चरण सिंह को भारत रत्न से नवाजे जाने की घोषणा ऐसे समय में की गई है जब पिछले कुछ दिनों से राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) को लेकर अटकलें थीं कि वह भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल हो सकता है।
एक अन्य पोस्ट में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘एक प्रतिष्ठित विद्वान और राजनेता के रूप में नरसिम्हा राव ने विभिन्न पदों पर रहते हुए भारत की व्यापक सेवा की। उन्हें आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और कई वर्षों तक संसद सदस्य और विधानसभा सदस्य के रूप में किए गए कार्यों के लिए भी याद किया जाता है।’ भाजपा अक्सर यह आरोप लगाती रही है कि राव नेहरू-गांधी परिवार से नहीं थे, इसलिए कांग्रेस ने उनकी लगातार उपेक्षा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक अन्य पोस्ट में एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न से नवाजे जाने की घोषणा की। मोदी ने कहा, ‘उन्होंने चुनौतीपूर्ण समय में भारत को कृषि में आत्मनिर्भरता हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारतीय कृषि के आधुनिकीकरण की दिशा में उत्कृष्ट प्रयास किए।’ उन्होंने कहा कि डॉ. स्वामीनाथन के दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल भारतीय कृषि को बदल दिया बल्कि राष्ट्र की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि को भी सुनिश्चित किया। स्वामीनाथन का पिछले साल सितंबर महीने में चेन्नई में निधन हो गया था।
किसानों की आवाज बुलंद की
चौ. चरण सिंह किसानों की आवाज बुलंद करने वाले प्रखर नेता माने जाते थे। वह 28 जुलाई, 1979 से 14 जनवरी, 1980 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। इससे पहले वह देश के उपप्रधानमंत्री, गृहमंत्री और दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे। उन्हें आपातकाल के खिलाफ डटकर खड़े रहने वालों में से जाना जाता है।
उदारवादी आर्थिक व्यवस्था शुरू की
संयुक्त आंध्र प्रदेश में जन्में नरसिम्हा राव वर्ष 1991 से 1996 तक प्रधानमंत्री रहे। उन्हें उदारवादी आर्थिक व्यवस्था शुरू करने का श्रेय दिया जाता है। राव विदेश मंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री सहित कई अन्य महत्वपूर्ण पदों पर भी रहे। वे 1971 से 73 तक आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। राव का जन्म 28 जून, 1921 को करीमनगर (अब तेलंगाना में) में हुआ था।
खाद्यान्न में आत्मनिर्भरता के जनक

1960 के दशक में अपने लोगों का भरण-पोषण करने के लिए भारत अमेरिकी गेहूं पर निर्भर था, वह अपनी जरूरत से अधिक खाद्यान्न का उत्पादन करने वाले राष्ट्र के रूप में तब्दील हो गया और इसका श्रेय स्वामीनाथन को जाता है। स्वामीनाथन को गेहूं के अलावा, धान और आलू की उपज बढ़ाने में उनके योगदान के लिए भी जाना जाता है।
दिल जीत लिया : जयंत
लखनऊ : राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा ‘दिल जीत लिया’। चौधरी चरण सिंह के पोते एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री अजीत सिंह के बेटे जयंत ने पीएम मोदी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा की और कहा कि वर्षों की मांग आज पूरी हुई।
राव की बेटी बोलीं- यह मोदी के अच्छे मूल्य
हैदराबाद : पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव की बेटी एवं बीआरएस से विधानपरिषद सदस्य वाणी देवी ने प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा, ‘दलगत भावना से ऊपर उठकर राव के योगदान को मान्यता देना हमारे प्रधानमंत्री (मोदी) के अच्छे मूल्यों को दर्शाता है।’ वाणी ने कहा, ‘हालांकि, इसमें कुछ देर हुई, लेकिन ठीक है। तेलंगाना के लोग बहुत खुश हैं। परिवार अभिभूत हैं।’
घोषणा का स्वागत : सोनिया
कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने कहा, ‘मैं घोषणा का स्वागत करती हूं।’ उधर, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘पीवी नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और एमएस स्वामीनाथन जी भारत के रत्न थे, हैं और सदैव रहेंगे।’