Chardham Yatra 2025 : उत्तराखंड सरकार का बड़ा निर्णय- चारधाम यात्रा के लिए आनॅलाइन पंजीकरण की बढ़ाई सीमा
देहरादून, 21 अप्रैल (भाषा)
चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले ही श्रद्धालुओं के पंजीकरण का आंकड़ा 17 लाख पहुंचने के बीच उत्तराखंड सरकार ने आनॅलाइन पंजीकरण की सीमा बढ़ाकर 75 प्रतिशत करने व प्रत्येक धाम के यात्रा मार्ग में और काउंटर खोले जाने का निर्णय लिया।
आगामी 30 अप्रैल से शुरू हो रही चारधाम यात्रा की तैयारी को लेकर उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग एवं चमोली के होटल व्यवसायियों के साथ यहां आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक के दौरान गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी किए। बैठक में पांडेय ने चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करने के साथ ही यात्रा के सफल संचालन हेतु होटल व्यवसायियों के साथ विस्तार से विचार-विमर्श किया और उनके सुझाव लिए। अक्षय तृतीया के पर्व पर 30 अप्रैल को उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही इस वर्ष की चारधाम यात्रा की शुरुआत हो जाएगी।
रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ मंदिर के कपाट 2 मई को जबकि चमोली जिले में स्थित बद्रीनाथ मंदिर के कपाट 4 मई को खुलेंगे। बैठक में होटल व्यवसायियों ने मुख्य रूप से ऑनलाइन पंजीकरण की सीमा को बढ़ाने का आग्रह किया। इससे पहले, चारधाम यात्रा के लिए 60 प्रतिशत आनॅलाइन और 40 प्रतिशत ऑफलाइन पंजीकरण की सीमा तय की गई थी। बैठक में संबंधित जिला पर्यटन अधिकारियों के सुझाव और होटल व्यवसायियों के आग्रह पर पूर्व के निर्णय में आंशिक परिवर्तन करते हुए ऑनलाइन पंजीकरण की सीमा को बढ़ाकर 75 प्रतिशत करने का फैसला किया गया।
यात्रा में श्रद्वालुओं की भारी भीड़ की संभावना के मद्देनजर होटल व्यवसायियों ने प्रत्येक धाम के यात्रा मार्ग पर कम से कम एक-एक पंजीकरण काउंटर और स्थापित करने का आग्रह भी किया। पांडेय ने इस मांग को भी स्वीकार करते हुए यात्रा मार्गों पर कुछ और पंजीकरण केंद्र खोलने के निर्देश दिए। बद्रीनाथ धाम हेतु गौचर में, गंगोत्री धाम हेतु हीना तथा उत्तरकाशी में, यमुनोत्री धाम हेतु दोबाटा तथा डामटा में और केदारनाथ धाम हेतु गुप्तकाशी में पंजीकरण काउंटर खोले जाने हेतु सहमति दी गई।