बिहार में बदले सियासत के सुर
पटना/नयी दिल्ली, 12 अगस्त (एजेंसी)
बिहार में सत्ता बदलते ही सियासत के सुर भी बदल गए हैं। कुछ दिन पहले तक भाजपा के साथ सरकार चला रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं, ‘मेरी इच्छा है कि भाजपा और राजग के खिलाफ सभी दल एक साथ आएं।’ उधर, नीतीश की पुरानी सहयोगी एवं केंद्र में सरकार का नेतृत्व करने वाली भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा कहते हैं, ‘राज्य में तेजी से अव्यवस्था फैल रही है। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि राज्य में ‘जंगलराज’ लौट आया है।’
सीबीआई और ईडी के दुरुपयोग की आशंकाओं को हल्के में लेते हुए शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा, ‘जिन लोगों को दुरुपयोग की आदत पड़ गयी है, उन्हें जनता के गुस्से का सामना करना पड़ेगा।’ पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या बिहार के लोग उन्हें एक दिन प्रधानमंत्री के रूप में देख सकते हैं, कुमार ने हाथ जोड़कर कहा, ‘कृपया मुझसे इस तरह के सवाल न पूछें, मैंने कई बार कहा है कि मेरी ऐसी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है।’ हालांकि बिखरे विपक्ष में एकता के सवाल पर कुमार ने कहा, ‘हमारी भूमिका सकारात्मक होगी। मेरे पास कई टेलीफोन कॉल आ रहे हैं।’
उधर, उल्लेखनीय है कि भाजपा बिहार में राजद के शासनकाल को अक्सर ‘जंगलराज’ कहती है और इसे हर चुनाव में मुद्दा भी बनाती है। पात्रा ने दावा किया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में राजग सरकार के दौरान गृह और उत्पाद विभाग भाजपा के पास नहीं हुआ करते थे इसके बावजूद भाजपा के दबाव में अपराध की तमाम घटनाओं पर अंकुश रहता था। भाजपा प्रवक्ता ने यह भी कहा कि 10 लाख रोजगार मुद्दे पर तेजस्वी को स्पष्टीकरण देना चाहिए।
सोनिया, येचुरी और राजा से मिले तेजस्वी
बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को कहा कि बिहार ने देश की राजनीति को फिर से नयी दिशा दिखाई है तथा उनके प्रदेश में जो दृश्य दिखा है वो आने वाले दिनों में पूरे देश में दिखने वाला है। उन्होंने नयी दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा से मुलाकात के बाद यह टिप्पणी की। यादव ने कहा कि बिहार के लोग ‘बिकाऊ नहीं, टिकाऊ हैं’ तथा उन्हें किसी एजेंसी से नहीं डराया जा सकता।