For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

Chandigarh News : मातृ मृत्यु दर कम करने के लिए डॉक्टरों व नर्सों की होगी ट्रेनिंग, स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने ली गवर्निंग बॉडी की बैठक

06:51 PM Jun 05, 2025 IST
chandigarh news   मातृ मृत्यु दर कम करने के लिए डॉक्टरों व नर्सों की होगी ट्रेनिंग  स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने ली गवर्निंग बॉडी की बैठक
Advertisement

ट्रिब्यून न्यूज सर्विस/चंडीगढ़, 5 जून

Advertisement

Chandigarh News : हरियाणा में मातृ-शिशु मृत्यु दर रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग विशेष कदम उठाएगा। इसके तहत डॉक्टरों व नर्सों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम स्वास्थ्य प्रशिक्षण केंद्र की गवर्निंग बॉडी द्वारा किया जाएगा। इस संदर्भ में स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल ने बृहस्पतिवार को गवर्निंग बॉडी के अधिकारियों के साथ बैठक की।

बैठक में फ्रंटलाइन चिकित्सा कर्मियों की क्षमता निर्माण के माध्यम से हरियाणा में मातृ स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। सुधीर राजपाल ने मातृ स्वास्थ्य संकेतकों पर प्रगति में तेजी लाने के उद्देश्य से चिकित्सा अधिकारियों और नर्सिंग अधिकारियों के लिए एक राज्यव्यापी रिफ्रेसर प्रशिक्षण कार्यक्रम की आवश्यकता पर जोर दिया।

Advertisement

उन्होंने कहा कि पूरा प्रशिक्षण छह महीने के भीतर पूरा किया जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मातृत्व देखभाल में शामिल प्रत्येक डॉक्टर और नर्स नवीनतम प्रोटोकॉल, क्लीनिकल कौशल और डायग्नोस्टिक जागरूकता से लैस हों। उन्होंने हरियाणा में मातृ मृत्यु दर (एमएमआर) को कम करने के लिए सरकार की अटूट प्रतिबद्धता पर कहा कि प्रसव के दौरान समय पर और कुशल हस्तक्षेप जीवन और मृत्यु के बीच अंतर ला सकता है।

यही कारण है कि हम अपने फ्रंटलाइन कर्मचारियों के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण को प्राथमिकता दे रहे हैं। रिफ्रेसर प्रशिक्षण में सामान्य और जटिल प्रसव का प्रबंधन, खतरे के संकेतों की पहचान, रेफरल प्रोटोकॉल और आधुनिक उपकरणों के उपयोग जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं को शामिल किया जाएगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के राष्ट्रीय दिशानिर्देशों के साथ संरेखण का भी आह्वान किया और इस बात पर प्रकाश डाला कि जमीनी स्तर पर कौशल को मजबूत करने से दीर्घकालिक प्रणालीगत सुधार होंगे।

Advertisement
Tags :
Advertisement