Chandigarh News : एयरबोर्न संक्रमण और कचरा प्रबंधन पर चर्चा
चंडीगढ़, 4 दिसंबर (ट्रिन्यू)
पीजीआईएमईआर में आज 'अस्पताल सुरक्षा : नवीनतम प्रगति और सर्वोत्तम प्रथाएं' विषय पर एक दिवसीय सीएमई का आयोजन हुआ। अस्पताल प्रशासन विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में संक्रमण नियंत्रण और अस्पताल सुरक्षा के अहम पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। कार्यक्रम का उद्घाटन पीजीआई के डीन (अकादमिक) प्रो. आर.के. राठो ने किया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुरक्षा हमारी साझी जिम्मेदारी है। कोविड-19 महामारी ने हमें सिखाया कि हर नमूना एक जीवन का प्रतीक है। हमें ऐसी सुरक्षा संस्कृति विकसित करनी चाहिए, जो पूरे स्वास्थ्य तंत्र में प्रभावी हो।
मेडिकल सुपरिंटेंडेंट और अस्पताल प्रशासन विभाग के प्रमुख प्रो. विपिन कौशल ने कहा कि सुरक्षा केवल दिशानिर्देशों का संग्रह नहीं है, यह एक ऐसी संस्कृति है, जिसे स्वास्थ्य सेवा के हर स्तर पर अपनाना आवश्यक है। हमारी प्राथमिकता मरीज देखभाल और सुरक्षा के उच्चतम मानकों को बनाए रखना है।
पहले सत्र में अस्पताल के वेंटिलेशन सिस्टम और पर्यावरणीय नियंत्रण उपायों पर चर्चा हुई। यूएसए के एएसएचआरएई विशेषज्ञ डॉ. किशोर खनकड़ी ने प्रभावी वेंटिलेशन रणनीतियों पर केस स्टडी साझा करते हुए कहा कि वायु प्रवाह और संक्रामक एरोसोल के व्यवहार को समझना संक्रमण का जोखिम कम करने में सहायक हो सकता है।
पीजीआईएमईआर की प्रो. मनीषा बिसवाल ने टीबी संक्रमण रोकथाम के लिए बहुस्तरीय दृष्टिकोण की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पर्यावरणीय नियंत्रण उपायों के बिना मरीजों और स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना मुश्किल है। दूसरे सत्र में जैव चिकित्सा कचरा प्रबंधन की चुनौतियों पर चर्चा की गई। डॉ. विजय टाडिया और डॉ. सपना पाहिल ने कचरा प्रबंधन के 'ग्रे एरिया' और इससे जुड़े जोखिमों को उजागर किया। मिस मनजिंदर कौर ने कचरा प्रबंधन में आने वाली व्यावहारिक समस्याओं और उनके समाधान पर अपने अनुभव साझा किए।