Chandigarh News : PU कैंपस में यादों का मेला, एलुमनी मीट में 50 साल बाद बिछड़े दोस्त मिले
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 14 दिसंबर
पंजाब विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल (यूबीएस) ने शनिवार को अपने स्वर्ण और रजत जयंती एलुमनी मीट का आयोजन किया। यह सिर्फ एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि पुरानी यादों और दोस्ती का जश्न था। पांच दशक पहले के बिछड़े दोस्तों ने जब एक-दूसरे को देखा, तो आंखें खुशी से छलक उठीं और माहौल हंसी-ठिठोली से भर गया।
1971 बैच के दो पुराने दोस्त अनीता और नीरज जब मिले तो समय मानो ठहर गया। अनीता ने मुस्कुराते हुए कहा, "तुम आज भी वैसे ही लगते हो, जैसे क्लास में पीछे छुपकर नोट्स बनाते थे।" इस पर नीरज ने ठहाका लगाते हुए जवाब दिया, "और तुम अभी भी वही हो, जो क्लास के बाद आकर मुझसे नोट्स मांगती थीं।" ऐसी ही हंसी-खुशी के पल 1999 बैच के सीमा और रोहित की मुलाकात में भी दिखे।
संवेदनाओं से भरा आयोजन
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 9 बजे पंजीकरण से हुई। इसके बाद अतिथियों को जलपान कराया गया और पंजाब विश्वविद्यालय का एंथम गाया गया। मुख्य अतिथि मंदीप सिंह बराड़, गृह सचिव, चंडीगढ़ ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
यूबीएस की अध्यक्ष प्रो. परमजीत कौर ने स्वागत भाषण में एलुमनी के योगदान की सराहना करते हुए कहा, "यूबीएस के पूर्व छात्र हमारे गौरव हैं। यह मीट हमारे रिश्तों को मजबूत करती है और वर्तमान छात्रों को प्रेरणा देती है।" उन्होंने यह भी घोषणा की कि इस वर्ष से यूबीएस में एमबीए बिजनेस डेटा एनालिटिक्स प्रोग्राम शुरू किया जाएगा।
मुख्य अतिथि मंदीप सिंह बराड़ ने कहा, "यूबीएस केवल एक शैक्षणिक संस्थान नहीं है, यह सपनों को साकार करने का मंच है।" प्रीति कुमार, एमरोप इंडिया की मैनेजिंग पार्टनर, ने अपने समय की यादें साझा करते हुए कहा, "यूबीएस में बिताए सालों ने मुझे नई दृष्टि दी और मेरी ज़िंदगी को आकार दिया।"
1999 बैच के सुमित राय ने कहा, "आज यहां आकर ऐसा लग रहा है, जैसे तीन दशक पहले का वह समय फिर से लौट आया हो।" वहीं, नितिन बर्मन ने अपनी प्रेरणादायक कहानी साझा करते हुए बताया कि कैसे यूबीएस में मिली चुनौतियों ने उनकी ज़िंदगी को बदल दिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बांधा समां
कार्यक्रम में छात्रों ने गिद्धा, भंगड़ा, घूमर, गरबा और बॉलीवुड नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इन प्रस्तुतियों ने एलुमनी को उनके छात्र जीवन की सुनहरी यादों में डुबो दिया।
भावुक विदाई और नए वादे
कार्यक्रम का समापन हाई टी और विदाई के साथ हुआ। सभी एलुमनी ने वादा किया कि वे अपने alma mater के साथ जुड़े रहेंगे और नई पीढ़ी के छात्रों को मेंटरशिप, शोध और सहयोग प्रदान करेंगे।
यूबीएस एलुमनी एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुराग अग्रवाल ने बताया कि पिछले बैच के योगदान से विभाग में इंटरएक्टिव बोर्ड लगाए गए हैं। उन्होंने भविष्य में भी ऐसे सहयोग की उम्मीद जताई। एलुमनी रिलेशन सेल ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि यह आयोजन न केवल यादगार रहा, बल्कि यूबीएस के छात्रों और पूर्व छात्रों के रिश्ते को और गहरा कर गया।