Champions Trophy : पीओके में नहीं जाएगी चैंपियंस ट्रॉफी
नयी दिल्ली, 15 नवंबर (एजेंसी)
आईसीसी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के चैंपियंस ट्रॉफी को विवादित ‘पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर’ (पीओके) के दौरे पर ले जाने के कदम पर रोक लगा दी है। बीसीसीआई की कड़ी आपत्ति के बाद यह फैसला लिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, बीसीसीआई सचिव जय शाह ने शुक्रवार को आईसीसी के शीर्ष अधिकारियों से इस संबंध में बात की। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘जय शाह ने आईसीसी को फोन किया और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के अंतर्गत आने वाले कई शहरों में ट्रॉफी का दौरा कराने के पीसीबी के कदम की कड़ी आलोचना की। उन्होंने आईसीसी से सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया है। जहां तक इस्लामाबाद का सवाल है तो इसमें कोई मुद्दा नहीं है। लेकिन पाक अधिकृत कश्मीर में ट्रॉफी का दौरा नहीं हो सकता।’ ट्रॉफी का दौरा आईसीसी के प्रचार अभियान का हिस्सा है, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय संस्था और मेजबान देश के बीच चर्चा के अनुसार कई शहरों का दौरा शामिल होता है। हालांकि, पीसीबी ने सभी हितधारकों से परामर्श किए बिना घोषणा की कि ट्रॉफी को स्कार्दू, मरी और हुंजा ले जाया जाएगा, जबकि ये क्षेत्र विवादित क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं। आईसीसी बोर्ड के एक सदस्य ने बताया, ‘ट्रॉफी दौरे पर चर्चा अभी जारी है। मुझे नहीं पता कि पीसीबी ने इन चार शहरों के बारे में सभी को जानकारी दी थी या नहीं। लेकिन अगर नहीं तो यह निश्चित रूप से सही नहीं था। मुझे नहीं लगता कि आईसीसी पीसीबी को किसी विवादित क्षेत्र में ट्रॉफी ले जाने की अनुमति देगा।’
2017 के बाद से लटका है टूर्नामेंट
चैंपियंस ट्रॉफी पिछली बार 2017 में खेली गयी थी। इसके बाद से यह अधर में लटकी हुई है, क्योंकि बीसीसीआई ने टूर्नामेंट के लिए अपनी टीम पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया था। पीसीबी ने भारत के दुबई में अपने मैच खेलने के प्रस्तावित ‘हाइब्रिड मॉडल’ को खारिज कर दिया है। कार्यक्रम पर भी रोक लगी हुई है और नये विवाद से चीजें और खराब ही होंगी।
पीओके के चार शहरों में होना था दौरा
पीसीबी ने ट्वीट किया, ‘तैयार रहो, पाकिस्तान! आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 ट्रॉफी दौरा 16 नवंबर को इस्लामाबाद में शुरू होगा, जिसमें स्कार्दू, मरी, हुंजा और मुजफ्फराबाद जैसे दर्शनीय पर्यटन स्थलों का भी दौरा किया जाएगा। 16 से 24 नवंबर तक 2017 में द ओवल में सरफराज अहमद द्वारा जीती ट्रॉफी की एक झलक देखें।’