मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

बम-बम भोले से गूंजा चंबा, साहो व भरमौर

07:47 AM Feb 27, 2025 IST
भरमौर चौरासी मंदिर में माथा टेकने पहुंचे विधायक डाॅ. जनकराज।

चंबा, 26 फरवरी (निस)
जिला चंबा में महाशिवरात्रि पर्व पर लोग भक्ति रस में डूबे व मंदिरों के बाहर मीलों लंबी कतारें लगीं और शिव के जयकारों से आकाश गूंजता रहा। यह आलम बुधवार को चंबा मुख्यालय में नजर आया। राष्ट्रीय धरोहरों में शामिल मंदिरों के अलावा आसपास के मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ जमा हो गई थी।
चंबा शहर में लक्ष्मी नारायण मंदिर में विशेष रूप से शिव पूजन व शिवरात्रि व्रत कथा का कार्यक्रम आयोजित किया गया। महाशिवरात्रि का उपमंडलस्तरीय कार्यक्रम साहो में चंद्रशेखर महादेव मंदिर में आयोजित किया गया।
जहां बतौर मुख्यातिथि सदर विधायक नीरज नैयर सहित विशेष अतिथि के रूप में उनकी पत्नी भारती नैय्यर ने शिरकत कर पूजा अर्चना की। वहीं चंद्रशेखर मंदिर कमेटी अध्यक्ष अदीप चौणा ने विधायक नीरज नैय्यर व उनकी पत्नी भारती नैय्यर को भगवान शिव को समर्पित स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

Advertisement

सदर विधायक नीरज नैय्यर व उनकी पत्नी भारती नैय्यर को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित करते मंदिर कमेटी अध्यक्ष अदीप चौणा व अन्य।

यहां दूरदराज से पहुंचे भक्तों ने पूजा-अर्चना की। इस मौके पर साहो मंदिर समिति के अध्यक्ष अदीप चौणा ने कहा कि मंदिर में हर साल शिवरात्रि के उपलक्ष्य पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। शिवरात्रि से पूर्व मंदिर में विशेष तैयारियां की जाती हैं, करीब पंद्रह दिन चलने वाली इन तैयारियों में मंदिर में व्यवस्था, श्रद्धालुओं को लाइन से मंदिर परिसर तक लाना व उनकी सुरक्षा के अनुसार महाशिवात्रि कार्यक्रम की रूप रेखा तैयार की जाती है।
महाशिवात्रि पर्व के उपलक्ष्य पर स्थानीय व दूरदराज क्षेत्रों से हजारों की संख्या में शिव भक्त दर्शन के लिए आते है। जबकि जिला के ऐतिहासिक व धार्मिक स्थल शिव नगरी भरमौर स्थित चौरासी मंदिर परिसर में महाशिवात्रि की धूम देखने को मिली। जहां भरमौर-पांगी विस क्षेत्र विधायक डाॅ. जनकराज भरमौर चौरासी मंदिर में माथा टेकने पहुंचे।
महाशिवरात्रि के दिन चौरासी परिसर में मणिमहेश मंदिर व धर्मराज मंदिर के अलावा चौरासी परिसर के देवी देवताओं को विशेष रूप से सजाया गया था।

Advertisement
Advertisement