Chaitra Navratri 2025 : भारत के सबसे प्रसिद्ध देवी दुर्गा के मंदिर, नवरात्रि में लगती है भक्तों की भीड़
चंडीगढ़, 29 मार्च (ट्रिन्यू)
Chaitra Navratri 2025 : भारत में देवी दुर्गा के कई प्रसिद्ध मंदिर स्थित हैं, जो धार्मिक नजरिए से बहुत महत्वपूर्ण हैं। इन मंदिरों में नवरात्रि और दुर्गा पूजा के समय विशेष रूप से पूजा होती हैं, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं। ये मंदिर न केवल धार्मिक स्थल हैं बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा के महत्वपूर्ण प्रतीक भी हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही मंदिरों के बारे बताएंगे...
कालीघाट काली मंदिर, कोलकाता
इनमें से एक प्रमुख मंदिर है कालीघाट काली मंदिर, जो कोलकाता, पश्चिम बंगाल में स्थित है। हालांकि इस मंदिर की मुख्य देवता काली है, लेकिन यह देवी दुर्गा के भक्तों के लिए भी एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है।
वैष्णो देवी मंदिर, कटरा
वैष्णो देवी मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध और बड़ी संख्या में आने वाली तीर्थस्थलों में से एक है। यह मंदिर जम्मू और कश्मीर राज्य के कटरा नगर में स्थित है। देवी दुर्गा के अति शक्तिशाली रूप, "वैष्णो देवी" को समर्पित है। पहाड़ों के बीच स्थित इस मंदिर में नवरात्रि के दौरान भक्तों की भीड़ उमड़ आती है।
वाराणसी
वाराणसी का दुर्गा मंदिर भारत के सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है, जहां नवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है। इस मंदिर में देवी दुर्गा की प्रतिमा के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं।
मां दुर्गा मंदिर, राजिम
छत्तीसगढ़ में स्थित राजिम का दुर्गा मंदिर भी एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर देवी दुर्गा के शक्तिशाली रूपों का प्रतीक है। यहां पर हर साल विशाल दुर्गा पूजा का आयोजन होता है और हजारों भक्त यहां पूजा अर्चना करने के लिए आते हैं।
श्री दुर्गा मंदिर, कटक
ओडिशा राज्य के कटक जिले में स्थित श्री दुर्गा मंदिर भक्तों के लिए एक अत्यधिक पूज्य स्थल है। यह मंदिर ओडिशा के प्रमुख मंदिरों में से एक है, जहां पर विशेष रूप से नवरात्रि के समय पूजा अर्चना होती है।
महाकाली देवी मंदिर (उज्जैन)
महाकाली देवी मंदिर उज्जैन, मध्य प्रदेश में स्थित एक प्रमुख हिंदू मंदिर है, जो देवी महाकाली को समर्पित है। मध्य प्रदेश में क्षिप्रा नदी के किनारे स्थित इस मंदिर में श्रद्धालु अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए आते हैं।
महाकाली देवी मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है और यह उज्जैन के प्रमुख मंदिरों में से एक माना जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, इसी मंदिर में देवी सती का ऊपरी होंठ गिरा था। मंदिर में ग्रह कालिका, महालक्ष्मी और सरस्वती देवी की मूर्ति स्थापित है।