Chaitra Navratri 2025 : नवरात्रि के दौरान भूलकर भी ना करें ये काम, मां दुर्गा हो जाएंगी नाराज
चंडीगढ़, 30 मार्च (ट्रिन्यू)
Chaitra Navratri 2025 : चैत्र नवरात्रि का पर्व हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह त्योहार देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा के लिए मनाया जाता है और इसे आत्मशुद्धि, भक्ति और शक्ति की प्राप्ति के रूप में देखा जाता है। नवरात्रि के दौरान विशेष साधना, व्रत और उपवास का महत्व होता है। इस पवित्र समय में कुछ कार्यों से बचना चाहिएस ताकि हमारी आत्मा शुद्ध रहे और हम देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त कर सकें।
मांसाहार और शराब का सेवन
चैत्र नवरात्रि के दौरान मांसाहार और शराब का सेवन निषेध होता है। इस दौरान केवल सात्विक आहार का सेवन करना चाहिए, जैसे फल, दूध, दही, मेवे आदि। मांसाहार से शरीर में भारीपन और नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जो नवरात्रि के उद्देश्य के विपरीत है। इसके अलावा इस दौरान इस दौरान प्याज, लहसुन का सेवन भी न करें।
झूठ बोलना
नवरात्रि में सत्य बोलने का विशेष महत्व होता है। यह समय आत्मा की शुद्धि और ब्रह्मा से मिलन का है इसलिए इस समय में झूठ बोलने से बचना चाहिए। झूठ से न केवल मानसिक शांति बिगड़ती है बल्कि यह आत्मिक प्रगति में भी रुकावट डालती है।
अश्लील शब्दों का प्रयोग
नवरात्रि के पवित्र समय में हमें अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए। अश्लील शब्दों का प्रयोग, गाली-गलौच, और निंदात्मक बातें न केवल भारतीय संस्कारों के खिलाफ होती हैं बल्कि यह वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करती हैं। नवरात्रि के दौरान यह आवश्यक है कि हम शुद्ध और पवित्र वाणी का प्रयोग करें।
विवाद और लड़ाई-झगड़े
इस समय को शांति और सौहार्द का समय मानते हुए किसी भी प्रकार के विवाद या लड़ाई-झगड़े से बचे। नवरात्रि में परिवार और समाज में प्यार और भाईचारे को बढ़ावा देना चाहिए। अगर किसी से मतभेद हो तो इसे शांति से सुलझाना चाहिए।
घर को न छोड़े खाली
चैत्र नवरात्रि के दौरान घर में साफ-सफाई रखें। वहीं, अगर आपने कलश या घट स्थापना की है तो 9 दिनों तक घर को खाली ना छोड़ें। माना जाता है कि इससे मां दुर्गा नाराज हो जाती हैं।
नाखून और बाल काटना
ऐसा माना जाता है कि चैत्र नवरात्रि के दिनों में दाढ़ी-मूंछ और बाल नहीं कटाने चाहिए। वहीं इन नौ दिनों में नाखून भी नहीं काटने चाहिए, खासकर अगर आपने मां दुर्गा का उपवास रखा है।
दिन में सोने से नहीं आएगी बरकत
अगर आपने व्रत रखा है तो आलस्य को त्याग दे और माता की भक्ति में ध्यान लगाए। दिन में सोने की बजाए माता रानी के भजन सुनें।
डिस्केलमनर: यह लेख/खबर धार्मिक व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribneonline.com इस तरह की बात की पुष्टि नहीं करता है।