श्री शीतला माता मंदिर में 26 मार्च से 23 अप्रैल तक होगा चैत्र मेला
गुरुग्राम, 19 मार्च (हप्र)
लोकसभा चुनावों में अधिक से अधिक लोग मतदान करें, इसके लिए गुरुग्राम जिला प्रशासन लगातार काम कर रहा है। देश में लोकसभा चुनावों की घोषणा हो चुकी है। इसी बीच यहां श्री शीतला माता मंदिर में आगामी 26 मार्च से 23 अप्रैल तक चैत्र मेला आयोजित किया जा रहा है। यहां आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को इस लोकतंत्र के पर्व को लेकर जागरुक किया जाएगा। जागरुकता के लिए मेले में मतदाता जागरुकता के बोर्ड भी लगवाए जाएं।
श्री शीतला माता मंदिर में चैत्र मेला आयोजित किया जा रहा है। इस मेले के आयोजन को लेकर श्री माता शीतला देवी श्राइन बोर्ड ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। डीसी निशांत कुमार यादव ने चैत्र मेले के आयोजन को लेकर मंगलवार को मंदिर परिसर में संबंधित अधिकारियों तथा बोर्ड के सदस्यों की बैठक ली। इस दौरान श्री माता शीतला देवी मंदिर श्राइन बोर्ड के सीईओ एवं सोहना के एसडीएम सोनू भट्ट भी मौजूद रहे। बैठक में डीसी निशांत कुमार यादव ने कहा कि उत्तर भारत का एक प्रमुख आस्था स्थल होने के चलते श्री शीतला माता मंदिर में आयोजित होने वाले चैत्र मेले में करीब आठ लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। मेले में आने वाले श्रद्धालु गुरुग्राम शहर की एक बेहतर छवि अपने मन मे लेकर जाए इसके लिए आयोजन से जुड़ी सभी तैयारियां समय रहते पूरी कर ली जाए। उन्होंने बोर्ड के सदस्य व मेला प्रबंधन से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि चैत्र मेले में सप्ताह के 3 दिनों रविवार, सोमवार और मंगलवार के दौरान श्रद्धालुओं की ज्यादा भीड़ रहती है, उन दिनों में विशेष ध्यान रखा जाए। इसके अलावा मंदिर परिसर में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध भी सुनिश्चित करें। गुरुग्राम पुलिस, गृह रक्षी बल तथा मंदिर की प्राइवेट सिक्योरिटी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे।
मूट कोर्ट स्पर्धा का आयोजन
महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर प्रोफेशनल एंड अलाइड स्टडीज सेक्टर-40 में दो दिवसीय इंटर क्लास मूट कोर्ट प्रतियोगिता का मंगलवार को उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए डॉ. एमडीयू-सीपीएएस के निदेशक कैलाश कुमार ने आयोजकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मूटिंग वकालत कौशल सीखने का पहला मंच है। मूट कोर्ट एक कानून के छात्र के तर्क कौशल के विकास में मदद करते हैं जो एक अच्छा वकील बनने के लिए एक शर्त है। उन्होंने उभरते वकीलों से कानूनी अभ्यास की नैतिकता और मूल्यों का ईमानदारी से पालन करने को कहा। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. ओमप्रभा ने बताया कि एक आपराधिक मामला चुना गया है। इस मूट कोर्ट प्रतियोगिता में 36 टीमों के माध्यम से 360 विद्यार्थियों का वादी एवं प्रतिवादी के लिए चयन ड्रा के माध्यम से किया गया।