ट्रैक्टर मार्च से चढ़ूनी समर्थकों ने बनाई दूरी
अम्बाला शहर, 16 दिसंबर (हप्र)
एमएसपी सहित अन्य मांगों को लेकर दिल्ली कूच की अनुमति नहीं मिलने के विरोध में तथा किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के खनौरी बार्डर पर आमरण अनशन के समर्थन में निकाले गए ट्रैक्टर मार्च में किसान एकता तार-तार होती नजर आई। चढ़ूनी समर्थकों ने ट्रैक्टर मार्च से दूरी बनाए रखी, लेकिन भाकियू शहीद भगत सिंह पूरी तरह से सक्रिय रही और उसने किसान विरोधी बयान देने वाले राज्यसभा सांसद का पुतला भी फूंका।
पूर्व निर्धारित घोषणा के अनुसार आज अम्बाला शहर की नयी अनाज मंडी में किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ पहुंचे। किसानों को भाकियू शहीद भगत सिंह के जिलाध्यक्ष गुरमीत सिंह, जस सिंह जलबेड़ा, तेजवीर पंजोखरा, कुलदीप सिंह मोहड़ी, मंजीत गरनाला आदि ने संबोधित किया। इन नेताओं ने कहा कि किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल खनोरी बार्डर पर आमरण अनशन कर रहे हैं। वह सभी किसानों की मांगों के लिए ऐसा कर रहे हैं और सरकार ने दिल्ली कूच की अनुमति नहीं देकर ऐसी परिस्थितियां लागू कर दी हैं। किसानों ने कहा उनकी मांग एमएसपी गारंटी की है, जिसे सरकार को मान लेना चाहिए। नयी अनाज मंडी से प्रारंभ हुआ ट्रैक्टर मार्च अग्रसेन चौक, पालीटेक्निक चौक, कालका चौक, जग्गी सिटी सेंटर, जंडली पुली, इंको चौक से होता हुआ वापस अनाज मंडी में आकर संपन्न हो गया।
इसी बीच संयुक्त मोर्चा की एकता पर सवालिया निशान लगाते हुए चढ़ूनी समर्थकों ने ट्रैक्टर मार्च से दूरी बनाए रखी। स्वयं गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने ‘दैनिक ट्रिब्यून’ को बताया था कि उन्हें इसकी न तो काई जानकारी ही है और न ही उन्हें इस बारे बताया ही गया है। उन्होंने कहा कि वह खनौरी बार्डर पर आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता डल्लेवाल के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए उनसे मिले थे, वहां भी किसी नेता ने 16 दिसंबर को होने वाले ट्रैक्टर मार्च को लेकर उनसे कोई बात नहीं की।
भाकियू शहीद भगत सिंह के जिलाध्यक्ष गुरमीत सिंह ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक के नेता सरवन सिंह पंढेर ने ट्रैक्टर मार्च और 18 को रेल रोकने संबंधी आंदोलन के लिए संयुक्त मोर्चा के सभी घटकों को लिखित जानकारी पहले ही भेज दी थी।