मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

केंद्र सरकार जिद छोड़े, किसानों से करे बात : मान

06:56 AM Dec 25, 2024 IST
संगरूर के खनौरी बार्डर पर मंगलवार को मीडिया को संबोधित करते किसान नेता।- निस

चंडीगढ़, 24 दिसंबर (एजेंसी)
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को केंद्र से आग्रह किया कि वह अपनी ‘जिद’ छोड़कर फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर राज्य की सीमा पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ बातचीत करे। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में किसान 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू तथा खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं। पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल केंद्र पर किसानों की मांगों को स्वीकार करने का दबाव बनाने के लिए 26 नवंबर से खनौरी सीमा पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं। चिकित्सकों ने उनकी स्वास्थ्य स्थिति को ‘गंभीर’ बताया है। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में मान ने कहा कि केंद्र सरकार को अपनी ‘जिद’ छोड़नी चाहिए और किसान संगठनों के साथ बातचीत का रास्ता खोलना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘अगर मोदी जी (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी) रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध रुकवा सकते हैं, तो क्या वह दिल्ली से महज 200 किलोमीटर दूर बैठे किसानों से बात नहीं कर सकते? आप किस समय का इंतजार कर रहे हैं?’ बाद में मान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा कथित तौर पर ‘किसानों के साथ सौतेला व्यवहार करने’ और उन्हें उनकी उचित मांगों को रखने का अवसर नहीं देने के लिए आलोचना की। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि ‘स्वयंभू वैश्विक नेता नरेन्द्र मोदी रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में हस्तक्षेप करने को लेकर अधिक चिंतित हैं लेकिन देश के अन्नदाताओं के प्रति उदासीन हैं।’ मुख्यमंत्री ने मोदी को याद दिलाया कि जब देश खाद्यान्न उत्पादन के गंभीर संकट से जूझ रहा था तब राज्य के मेहनती किसानों ने देश को अनाज के मामले में आत्मनिर्भर बनाया था। यहां छह से 14 दिसंबर के बीच 101 किसानों के जत्थे ने तीन बार दिल्ली कूच करने का प्रयास किया, लेकिन हरियाणा में सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया।

Advertisement

किसानों को एमएसपी की गारंटी दिलवाने के लिए जान दांव पर लगाई : डल्लेवाल

संगरूर (निस) : किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन 29वें दिन खनौरी मोर्चे पर जारी रहा। आज कई दिनों बाद वे अपनी ट्राली से बाहर आये। शारीरिक तौर पर काफी कमज़ोर होने के कारण आज उनको स्ट्रेचर पर बाहर लाया गया। उन्होंने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैं ठीक हूं और रात की पहरेदारी इतनी मजबूत कर दो कि मोर्चे पर पुलिस हमला करने की हिम्मत न कर पाए। उन्होंने कहा कि अब मरेंगे या फिर जीतेंगे। डल्लेवाल ने कहा कि किसान जीत का परचम लहराने के लिए तैयार रहें। उन्होंने देश के किसानों से यह भी कहा कि पिछले आंदोलन को स्थगित करते समय कई राज्यों के किसानों की यह शिकायत थी कि आंदोलन को जल्दी स्थगित किया जा रहा है। अभी एमएसपी गारंटी कानून बनने तक आंदोलन जारी रहना चाहिए। उस समय कुछ अन्य संगठनों के दबाव में आंदोलन जल्दी स्थगित करना पड़ा लेकिन अब दोबारा से मजबूत मोर्चा लगा हुआ है और पूरे देश के किसानों को एमएसपी की गारंटी दिलवाने के लिए उन्होंने अपनी जान दांव पर लगा दी है। अब देश के किसानों की यह ज़िम्मेवारी बनती है कि वे इस आंदोलन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लें। 30 दिसंबर के ‘ पंजाब बंद’ के कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने के लिए 26 दिसंबर को खनौरी मोर्चे पर सभी सामाजिक, व्यापारिक, सांस्कृतिक, धार्मिक संगठनों की मीटिंग सुबह 10 बजे बुलाई गई है।

Advertisement
Advertisement